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Jaina Literature and Philosophy
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.: (20). शवअयमाहात्म्य-रास
v.S. 1755 (21) शीलवती-रास
V. S. 1758 -(23) शुकराज-रास
V.S: 1737 (23) श्रीपाल राजानो रास
V. S. 1740 (24) ,- रास ( संक्षिप्त ) .
V.S. 1742 (25) सत्यविजयनिर्वाण-रास
V. S. 1756 (26) सुदर्शनशेठ-रास
V.S. 1749 (27) हरिश्चन्द्र-रास
V. S. I744 (28) हरिवललाछी-स
v. S. 1746 (b) चोपहचतुष्पदी [3] (1) चन्दन-मलयागिरि-चोपइ
V.S. 1704 (2) (2) मङ्गलकलश-चोपड
v.S. 1714 (3) विद्याविलासनृप-चोपड
v. S. ITH __(c) सज्झाय ( स्वाध्याय ) [5] (1) अवन्तिमकुमाल-स्वाध्याय ...
V. S. 1741 जातासूत्र स्वाध्याय - --- ...
V.S. 1736 (3) नर्मदासुन्दरी-स्वाध्याय ,
V. S. 1761 (4) धयरस्वामी-ढालबन्ध-सज्झाय
V.S. 1759 । स्थूलभद्र-स्वाध्याय
V.S. 1759 (d) स्तवन [3] (1) 'वाडी पार्श्वनाथ--बृहत्-स्तवन (2) बीस विहरमान(ण) स्तवन-
V. S. 1761 ___(3) समकित-सित्तरि-स्तवन
V.S.1736 (e) प्रकीर्णक [१] 1) ऋषिवत्रीसी __ (2) चोबोली कथा-कवित्त दहा (3) जसराज-बावनी
V. S. 1738 . (4) जिनप्रतिमादृढकरण-हुण्डी
___V. S. 1725 ) पार्श्वनाथ-घघर निसाणी 30 .. (6) महावीर-छन्द
(7) मेघकुमार-चोढाली ... (8) सीतामुद्रडी सीयल-नव-वाड'
_V. S. 1729 Subject. - A Gujarāti poem depicting the life of King Kumārapăla. 35
1 For some more. works.J. G.K. (Vol, III, pt. 2)..
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