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________________ 480 Rajasthani Oriental Research turisticatė, Jodbpur. (Bikaner-Collection) 2. 34 , 5 स. प्रा. 44. । । । 27 पार्श्वनाथ-स्तोत्र जिनवल्लभंसरि सं. 44वां 28 नवकार-स्तोत्र अपभ्रश 44-45 . 29 सरस्वती-स्तोत्र सं. 45-46 30 शारदा-स्तुति सं. 46वां 31 मांगलिक-पद्य प्रा. 46-47 32 नवग्रह-स्तोत्र भद्रबाहु सं. 47वां 33 शनिश्चर-मन्त्र 47-48 34 चतुर्विंशति जिन-स्तोत्र 48वां 130/13903 1 भावारिवारण-स्तोत्र जिनवल्लभसूरि सं.प्रा. 105-107 2 महावीर-चरित्र-स्तोत्र 107-110 3 वासुपूज्य-स्तुति 110वां 4 आदिनाथ-नमस्कार - सं.-प्रा. 110वां 5 सीमन्धर-चत्यवन्दन 110वां 6 पंचतीर्थी-चैत्यवन्दन क्षमाकल्याण 110-111 7 सिद्धचक्र-चैत्यवन्दन 111वां 8 पद्मनाभ-चैत्यवन्दन 111वां 9 सम्मेतशिखर-चैत्यवन्दनं 111वां 10 शान्तिनाथ-स्तोत्र 111-112 11 ऋषभजिन-स्तोत्र 112वां 12 पंचतीर्थी-जिन-स्तोत्र 112वां 13 पार्श्वनाथ-स्तोत्र जिनपतिसरि 113-114 14 : जिनकुशलसूरि 114वां 15 गौतमाष्टक 114-115 16 पार्श्वनाथ-स्तोत्र 115वां 17 पार्श्वनाथ-पंच 115वां कल्याणक-स्तोत्र 18 पार्श्वनाथ-स्तोत्र जिनकुशलसूरि 115-116 19 . जिनचन्द्रसूरि 116वां 20 , 116वां 21 पार्श्वनाथ-स्तोत्र शिवसुन्दर 116-117 (यमकमय) 22 ऋषभदेव-परिणक-स्तोत्र - प्रा. 117वां सं.
SR No.018091
Book TitleCatalogue Of Sanskrit And Prakrit Manuscripts Part 13
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhooramal Yati
PublisherRajasthan Oriental Research Institute
Publication Year1984
Total Pages528
LanguageEnglish
ClassificationCatalogue & Catalogue
File Size30 MB
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