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जैन सैद्धान्तिक, तास्विक, दार्शनिक, आचार व न्याय ग्रंथ
7 | 8A
9
10
तात्त्विक औपदेशिक 21
31x18*19-76
सं.ग्रं. 1800
1495
बृहद्गच्छोय
कठिन प्रश्नों का
निराकरण
| 12,16 | 27x12 व 27x13 | प्रथम पूर्ण द्वि. अपूर्ण
20/19वीं
कुल 56 प्रश्न
25x12*13x32
अ. 26वें प्रश्न तक
19वीं
25x11*17x37
सं. 162 प्रवन
20वीं
बीजक है 2 पत्रों में
औपदेशिक
27 - 11*17x42 |, ग्रं. 7700 कथासह | 1673 गुदवचनगर महिमासेन 1299 की
रचना/प्रशस्ति है वृति कल्पलतिकानाम्नी 25x11*4x32 अपूर्ण-27 प्रश्नोत्तर तक है| 18वीं
4
| 26x11*11x34
| सं.
| 18वीं सामेरनगरे लावण्यप्रिय
ग्रंथ की विषय सूची 10,2426x12*16x38 प्रथम अ.88 प्र.द्वि. संपूर्ण 19/20वीं
औपदेशिक पद
9
प्रथम आदर्श
| 25X10*15x41 | सं. 58 छंद साथ में | 1828 बालोतरा हर्षचंद्र
स्त वनादि भी 26x11*16X62 अ. 181 श्लोक
17वीं
26x11*14x43
| अ. 188 श्लोक
18वीं
लघु रचनाओं का
सं. 7 रचनायें
अंत में हर्षकीर्ति कृत हिंडोलगीतम्
संग्रह
26 x 11*15x47 24 x 10*14 x 51
52
प्रतिपूर्ण
83,12
27x11 व,25x11 | प्रथम अपूर्ण द्वि. प्रति. | 19/20वी
साधु समाचारी 8,87*3/ 20से26x10से 12
कायक्लेश धर्म ध्यान चितन | 4 | 24x14*18x30
सं. 22 ढाल अंतिम अ. |
20वों
1261 सं. 72 गा.
1827
25x11*14x39
सं. 72 गा.
20वीं जसोल ताराचंद
1747 की कृति
23x13*21x40 । सं. 52 सवैयादि 1826
(पन्ने 59-61) 25x11*11x38 सं. 126 गा. ग्रं. 175 | 18वीं
1603 जैसलमेर कृति
16 x 10*19x14 | सं. 129 पद(पृ.26से36) 1845
26x12*18x54
सं.
1884 सिणधरी जीतविजय
28x12*12x36
20वीं
श्रावकाचार - व्रतविधान
साधु अनाचार
26 x 12*12x36 25x12*16x32 24x11*16x40
द्वि. पन्ना गायब, 13ढाल. 19वीं
अंत में सम्यक्त्वगीत सं. 52, ग्रं. 32 20वीं बालोतरा कस्तूरोजी सं. 62 पद | 1865 x विवेकसागर 1736 की कृति
बोपदेशिक