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विभाग ४ अ - जीवन चरित्र व कथानक
जीवन चरित्र
"
पर
"
"
उत्तराध्ययन कथा
17
"
7
जीवदया
दुगंछा पद
जीवन चरित्र
दान पर
8
27
53
54
514
7
3
25×13 * 11× 35
45,56 27 x 13425 x 11
18,21, 2444 x 1113 23,23,17
17
25 x 11 * 20 x 51
सती जीवनी
26×11*11× 43
ज्ञाता. प्रथम कथा 5, 87*3 2626 × 10 से 12
20
1
2
ऐतिहासिक
8,3
ओपदेशिक जीवनी 34*
58
39
8
ओपदेशिक जीवन 199
शीनपर
जीवनी
जीवन प्रसंग
ओपदेशिक
24 x 11 14 x 34
26 x 10 * 20 x 53
10,10 24×11*16×40
27 × 11 * 9 × 48
18 × 11 * 13 × 34
18
2
24 × 11 * 13 × 40
20
25 x 11 * 12 x 40
26 x 11425x11
25 × 11* 16 × 46
18,40, 23 से 25 x 11 से 12 33
21
21× 11 * 16 × 37
26 x 11 * 16 × 45
25 x 11 11 x 53
26 x 12*12 x 30
33 x 22*54 x 32
3, 7,521 से 25 × 11
23 × 11 * 15 × 37
20 x 10*16 x 27
26×11 * 14 x 35
सं. 4 खंड 65 ढाल 1165 गा. कथा मह 2025. कथासह
"
"1
"
"
सं.
"
"
37
"
"
"
,
62 ढाल ग्र. 1144
41 ढाल ग्रं. 1125 18वीं
त्रुटक
टक बीच के 8 पन्न
20वी
सं. 10 ढाल
1868 विवेकसागर 1715 तात्यपुरेकृति
19वी
1788 वटपद्रे यशविजय
20वीं
1926 अजीमगंज जीवा
18वीं
20वीं
1944 × मूलचंद
1794 / 19वीं
1787 x भावनगर
1728 कृति
,, 3 खंड, 36/34 बाल 1786 / 1898 / 1875 1732 बुरहानपुर 849 गा. ग्रं. 1135 कृति, प्रशस्ति है अपूर्ण द्वि. खंड 13 मी
19वीं
ढाल तक सं. 4 खंड 68 ढाल
1827x हस्ति विजय
1887 x विवेकसागर
"
17
31
प्र. 1200 लगभग
11
9
3 खंड
1 II 1 I
5/9/3 1
4 ढाल 44 गा.
25 ढाल (द्वि. में अंतिम पक्षा कम) आठ भत्र प्रशस्ति है
65 गा. + उत्पत्तिस -
माय
24 ढा.
500 ग्रं. लगभग
5 टाल
10
1896 रायपुर रूपविजय
20वीं पोर मनान
1944 बोटाद शंकर
19/20at
1963/77
11
20/19
अ. बाच के पन्ने 421 19वीं
सं. 26गा. + 1 सज्झाय
20बों
28 ढा. 420 गा.
176 बीली ढालकीति
155
1725 कृति प्रशस्ति है
1838 जोधपुर कृति
1700 लूणकरण कृति
1668 कृति
1849 नागोर कृति
जैसलमेर कृति
बार्थ बात है
कुसुमपुर के
राजा उदाइसा साधु फिरता