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विमाग ३ आ-स्तवन, स्तुति, स्तोत्रादि भक्ति साहित्य
117
8A
__10
11
भक्ति पाठ
5*
26 x 11*15 x 64
सं. 18
17वीं
मूककृति 1644 की
26x11*21x75
, 17 श्लो.
18वीं
वृति 11वें श्लो. तक है
25 x 11*3 x 41
18वीं x जगरूप
24x10*11x41
, 19 श्लो.
20वीं
25x12*13x33
1886 गुढा दौलतविजय
भक्ति
25x11*10x41
.. 13 इला.
18वीं
26 x 12*12x32
1850x माणिकसूरि
24x 11*10x30
1943 कृष्णगढ़ कल्याण ब्राह्मण
+मंत्र जानकारी
27x11*7x35
, 24 गा.
16वीं
तीर्थकर भक्ति
26x11*11x39 , ,, ग्रं. 42 | 17वीं
सह टिप्पणियां 4 | 25 x 11*14 x 39 ,, 60गा.+1 सज्झाय | 19वीं 12,6 | 26x12425x10 | ,, 96 श्लो. (24 x 4) | 1649/17वीं 5,12*7, 23 से 26 x 11से 13 ,, ,, (अंतिम अ.48श्लो 18/20वीं पांचवी प्रति में टब्बार्थ 8.15,6,6||
| 27x12*19x55 ,, वृतिग्रंथा ग्र. 282 1887 योधपुरे विवेकसागर 1654 कृति
25x9*9x45 ,, 50 श्लो. 20वीं x क्षमासागर
संघ महात्म्य
सभी सती वंदना
25x11*14x30
20वों
26x11*13x42
, 21 गा.
18वीं
भक्ति स्तोत्र
25x11*4x29
, सातों स्मरण
16वीं
26x11*5 x 40
1779
26 x 12*15x40
|,,, (उवसग्गहरं का | 18वीं x देवचंदजी
उल्लेख मात्र. +शांति दो, 20वीं
3025x12*6x28
+अन्य प्रचलितस्तोत्र 19/20वीं
(नव स्मरण सहश)
20,30, 20से25x10से12 21,10,37/
28x11*11x35
. 2स्तोत्र-शांति पाठ 20वीं
स्थानक वासी आम्नाय
" व्याख्या
| 10
27x11*19x60
. अंतिम 4स्मरण को है | 16वीं (संपूर्ण के ग्रं. 1500) पहिले 8
पन्ने कम 9 इलो.+18 गा.
देखे क्रमांक 228
भुत मक्ति
| 15x9*8x20सं