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विभाग ३ आ-स्तवन, स्तुति, स्तोत्रादि भक्ति साहित्य
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8A
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10
11
भक्तिमय काव्य
|
6
| 11x9*13x12
सं. 56 गा. पर 23 से 28| 19वीं सदमापुर भाग्यविजय
जीवविचार गर्भित
।
| 33 x 22*54 x 32
| ., ,, ,, पन्ना नं. 393 20वीं
आलोयणा ,
25x11*13x34 |, 31 पद
18वीं
तीर्थंकर भक्ति
15 x 10*10x16
,, 54 मा.
19वीं ,, ,,(पृ.109से15)
15 x 10*10x16
सूक्ष्म विचार गर्मित
26- 11*19x 63
, 20 गा.+कलश
1832x सुमतिसागर पहिल पणमिय...
देखें क्रमांक 388 भी 1794आषाढ़ा सुमतिसुख ,, (बा.1518कृति)
12
23x11*18x40
, 21 गा.
भक्ति स्तोत्र
26x11*15x47
, 82 श्लो.
18वीं
26x11*14x41
सं. 66 श्लो.
18वीं x शंकरदास
-128x12*5x34
, 81 श्लो.
1916 जसोल यशविजय
27x12*13x45
|, 63 लो.
19वीं जैसलमेर क्षमाकल्याण
क्षेपक रहित
21x11425x11 |, 63/81 श्लो.
19/20वीं
5,6,2 | 25 से 26x11से12 प्रथम दो सं.84/101 क्लो. 19/20वीं
अंतिम अ.. 26x11*11x30 | सं. 44 श्लो.
17वीं
26x11*16x57
1752 सुभटपुर राजसोम
25x11*17x52
1831 इंद्राणा आसकरण
महादेव सुंदर द्वारा संशोधित साथ में 1 प्रति
मूलकी d/o रतनचंद्र
25x11*17x48
ग्रं. 680 | 18वीं
25x11*8x40
| 24x13*17352
1821 घाणस। रत्नकुमार
स्तोत्रोत्पत्ति कथा सह
24x 11*6x 28
18वीं
| 21X11*6 x 35
1847 आसोत्रा जुगतेश
25 x 11*13 x 33
10वें श्लो. तक
, 40श्लो. सह अतिरिक्त 19वीं
अ. , 44 श्लो.
1720 सांगानेर रामचंद्र
7 | 26x11*5x36
13
25x11*3x38
1793 जावालपुरे भाणसागर
[ 8,10 | 26x11427x13 ।,
| 19/20वीं