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विभाग ३ अ-पर्वव्रत-कथा धार्मिक विधि विधान
४
|
8A
।
।
पर्वव्रत कथा
80*
| सं. 131 श्लो.
20वीं
13
26 x 11*12 x 42 25 x 11*11 x 33 | 26 x 13*15 x 53
1939 जैसलमेर सुखमुनि.
पर्वमहात्म्य कथा
समुच्चय पर्वकथा
:
1996 बाहोर मोहन
25x11*13x28
, ग्रं. 832
1889 थोभ अमरचंद
हर्षसूरिराज्य
26x11*12x42
सं. 7 पन्नों में
20वीं
शामिक विधि विधान
2 | 26 x 12*15x48
19वीं
प्रतिष्ठा क्रिया
28x15*10x29
20वीं
मूर्तिपूजा क्रिया
26x12*15x37
20वीं
तपविधि
24x12*12x36
20वी
1,1 |-25 x 11 व 26 x 12
20वीं
पाक्षिक आवश्यक
क्रिया भक्तिव्रत कथा
। 5
20x10*12x28
सं.6 ढाल गा. 50
1909
पत्र 30 से 34
| प्र.
17वीं
मात्र पूजा विधिका 9 26x12*17x44 प्रतिलेखन क्रिया | 3,4,2 | 26से27x11से12 पर्वभक्ति 13 20x10*7x17
| सं. 28 गा.
19वीं
बीच की प्रति में 5 मा. मुहपत्ति पर
अपूर्ण 10x4 स्तुतियें | 20वीं अपूर्ण केवल 3 कथायें | 19वीं
पर्वव्रतकथा
25 x 11*12 x 39
27x12*6x40
|
सं. 75 श्लो.
1900 भीनमाल सुखविजय
26x12*6x29
1937 जैसलमेर सर्वसुख
., (सुरदत्त चरित्र)
25 x 12*6 x 32
"
, सरुपचंद
26x12*15x44
,
19वीं
26x11*12x42
, 4 पर
20वीं
श्रावक आवश्यक
25x11*13x33
19वों -
सह 2 पन्न असज्झायकाल
बावश्यक विधि
22x12*11-29
,, 21 गा. सह 7 वचन+ 1850 (पन्न 84से89) 1690 मुल्तानकृति वरदान जिनदत्तसूरि के
20वीं .
26x12*11x32
4.
मूत्ति के लक्षणादि
27x12*13x44
20वीं 1902 म्हेसाना सुरेन्द्रविजय
प्रतिष्ठा क्रिया विधान 32 | 28x13*16x38
सं.प्र. 1178