SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 45
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ 2 प्रमाणवाकाल कारटी का सुपरिशुद्धा नाम 20807-34518 (१परि० प्रारंभ)1 Tome 7 cv (Ro zoo) 42 m. 1-2901 7. (1 परि. संपूर्ण) Tore CVI (R03.10. 62 परि. 34m 1-23618 Tome Scriic Pozoa) 352 भुस. 132115 . ( 20) 1. यमारि सुमतिनीति Tome a crilico 303) 1 तन्त्रान्तरासदिटीका (सन्तानान्तर सिसिका) एरणा२२ शुयारियाय पर . 1- 21 82. विनीतदेव 2 बाटन्यायवृत्ति विपश्चिताथा नाम.-१३७८ . शान्तिरक्षित' कर ग ये।। 12 मर गुरशुय' 3 प्रमाणातिकवृत्तिनाम' (तीयपरिच्छद). 1371.8-2660 6.1 सूर्य एप्त | Tome . C. (टि.३०४). -- (रविशष्ठ) प्रमाण विनिश्चयरी का. 12463 श्लोक 19 खण्ड. 3 परिच्छेद)। 1- 34118, (9- 12 ख 32 लोक. 182 परिच्छे) ___Tome में cx (दि. 305) 1 या 1-20908, (13-14 20- परिच्छेद 3). A. धमत्तिर7. परहितभद्र' का नीर 1. अनुपमपुरे ॥दो. 2 प्रमाण निनिश्चयी. 20938- 35516. . सामील (1-3 पो०) (नवीभर पेशवाय रातो) काश्मीर Tome a cxl. (#i0 3060. १न्यायाबिन्दुमा / 1-4343. (1030 लोक) ख ) (3 पारच्छे). A. बिनीतदेव - T. जनमित्र 2 न्यायबिन्दुरी का - 11301. (1499 लोक) Aधमोत्तर .. ~r. ... ..... A . तीय कमलरील
SR No.018072
Book TitleCatalogue Du Fonds Tibetain
Original Sutra AuthorN/A
Author
Publisher
Publication Year
Total Pages58
LanguageTibetian
ClassificationCatalogue
File Size5 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy