________________ 4 अभिबनमयालंकारवृत्ति कीर्ति कला नाम' 223 // - 3101 A. पण्डित रत्लकीत .. T... // // L0 गुणाचाल ( रयर'). Tome. I ix (Tibetain 204). 1 अभिसमयालेकार भगवती प्रज्ञापारमितोपरेशाशास्त्रवृत्ति प्रज्ञा प्रदी पावलि नाम: A: धर्मराज आचार्य बोधिसत्व परभ पनि सर्वभूत. बुरशीज्ञान. 1. मैत्रीची (073 A.D.) 2 अभिसमयाले कारका रिकावृत्तिः शातिमती नाम 7BC- 2400 8. A. मजुश्री सिहि सम्पन्न महापण्डित रत्नाकर शान्ति. / सुभूतिहशान्ति / शाक्यमतिः, भितु शुभमति पंकरशी समकालीन राजादेशेव अनूदिताए / संशोधक शान्तिम Tome ax ( Tibetain 205) 1 आर्याष्ट साहसिका प्रतापारमितापश्निका सारोत्तमा नाम 1- 253 5. (8000 श्लोक) ... + राजाचार्य महापण्डित रत्नाकर शान्ति T. श्री सुभूतिशान्तिः / शायमति प्रज्ञापारमितापिण्टापदीप 2531 5-163 . A. दीपकर तान ( रत्नाकर शान्तिपाद शिघ्य) 7. 0. महामहापण्डित जयशील Tome 7. xic Tibetain. 206). 1 आष्टिसाहसिका प्रज्ञापारमितावृत्ति मर्म को मुरी. नाम 1- 25607. 32 परिवर्त A. अभयाकरणतः // . प्रतापी भी नालंपत्याने 2 शतसाहसिका विवरण नाममा