________________ बरवृति]. . classe. III : Commentaire des Sutrais Tome , I (Jibetain 196). नवे 0.4 यि 2 23 गाय यावर यायले. मुस सकेग र शुस / अभिसमयालंकार नाम कारिका प्रज्ञापारमितोपदेवा शशास्त्र 1- 15; 3. Author. Not mentioned. ( Index Fibetain. 4 Far eta 13371 Jana wiazy. Poto Index Ahongolian. 'Itegel Maidari" [ Huara #2714]; (+ Vra 48 AD). Translator. J. P. ( Gikdaun Pandit.) में ले और : अमरगोमि; बात येत / धीमत्प्रत (1056 - 01 -D.). 2 RATNI // ऐसत्य कुरा वियरे मरण गे राम य य ग यो कुरो त्यत्यय आर्यपञ्चविंशतिसाह - सिका प्रज्ञापारमितोपदेशशास्त्राभि समयालंकार वृत्ति 1583- 249,7. Author. विमुक्तसेन nepkaur of बुद्ध दास [ आर्य महासम्मत का कुलुक अनेक विशालविहाराधिपति Jhamkatun. महोपासक उपाध्याय अमरगोमि (भारतीय); धीमत्पज्ञ (भोरीय) - Tome po II, (Tibetain 197). ___1 आर्यपञ्चविंशतिसाहसिका प्रतापारमितोपदेश शास्त्राभिसमयाले कार कारिका वातिक. 1- 2074 (0. S.(origimel Sammbik) in 4500 लोका:) A. महापण्डित भदन्त अधिमुक्लियचर्याभूमिप्राप्त आचार्य विमुक्तसेन T. शांतिभद्र of Nepal., अभिभु शाक्यप्रम( भाटीय) भट्टारक बोधिमालया __2 प्रतापारमिता मातृकाशतसाहसिका बृहच्छासनपचविंशति साहसिकामध्यशासना- शदशसाहरिकालधुशासनारसमानार्थ शासन' 2.78.4.2758.. A. स्मतितानकी ति. T. Not mentioned.