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Santinatha Jain Bhandara, Cambay
आदिः -
अंतः
नमिऊण वद्धमाणं मिच्छं सम्मं वयाई संलेहा ।
इय नवपयं तु एयं लिहिअं सीसेणे कक्कसूरिस्स । गणिणा जिणचंदेणं सरणटुमणुग्गहट्टं च ॥ १३८ ॥ ॥ इति नवपदप्रकरणं समाप्तम् ॥ छ ॥
Folias - 109-152
Language - Prakrit
Age of MS. - 1290 V. S.
आदि:
अंतः—
(7) āvaśyaka-niryukti- sanksepa (७) आवश्यक निर्युक्तिसंक्षेप
Size - 16 x 2.2 inches Condition Good
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अंतः
आभिणिबोहियनाणं सुयनाणं चेव ओहिनाणं च ।
तम्हा उ निम्ममेणं मुणिणा उवलद्धसुत्तसारेणं । काउस्सग्गो उग्गो कम्मखयट्ठाइ काव्वो ।। ५५ ।। दारं ॥ काउस्सग्गनिज्जुत्ती सम्मत्ता ॥ छ ॥ मंगलं महाश्रीः ॥
Folios - 153-157 Language Prakrit
Author Santisūri
Age of MS. - 1290 V. S.
आदि:
(8) Jivavicāra Prakarana (८) जीवविचार प्रकरण
Jain Educationa International
Extent - 52 Gathās Size - 16 x 2.2 inches Condition - Good
वणवं वीरं नमिऊण भणामि अबुहबोहत्थं ।
एसो जीववियारो संखेवरुईण जाणणाहेउं । संखित्तो उद्धरिओ रुद्दाओ सुयसमुद्दाऔ ॥ ५२ ॥ समाप्तोऽयं जीवविचारः ॥
Folios - 157-164 Language Prakrit
Age of MS. - 1290 V. S.
(9) Kşetrasamāsa Prakarana [ Gathoddhāra (९) क्षेत्रसमास प्रकरण [ गाथोद्धार ]
Extent - 86 Gathas
Size - 16 x 2.5 inches Condition - Good
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