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पाटण श्रीहेमचन्द्राचार्य जैन ज्ञानमन्दिरस्थित तपगच्छ जैन ज्ञानभण्डारना हस्तलिखित ग्रन्थोनं सूचिपत्र
११4 पुस्तकनुं नाम पत्र भाषा
कर्ता
लोकसंख्या रचनास. लेखनस. स्थिति लम्बाई-पहोल
क्रमांक
२७०१
१७३७१ कल्याणमंदिर स्तोत्र सस्तबका ६ सं०गु० मू०सिद्धसेन दिवाकर
उत्तम - १०x४॥ १७३७२ दान प्रकाश २-२४ सं० कनककुशल
८३४ १६५६ १७८२ मध्यम १०x४|| १७३७३ निगोदादिविचार
९।४४।। १७३७४ सिद्धांतचंद्रिका
रामाश्रमाचार्य
१८०७ उत्तम १०x४।। १७३७५ मणिकंठप्रकरण
१७०५
१०x४॥ १७३७६ सि०श०लघुवृत्ति अवचूरि तृतीया
हेमचंद्राचार्य
१६२३
१०1४४| ध्याय तृतीयापादथी चतुर्थाध्याय पर्यंत १७३७७ सि० श.अष्टमाध्याय बृहद्वृत्ति
मू० हेमचंदाचार्य टी०सौभाग्यसागर ८००० टी०१५९११६६२ दढिका टीका सह त्रिपाठ १७३७८ सि०शलघवृत्तितद्धितावचूरि हेमचंद्राचार्य
१०। ४४। षष्ठ-सप्तमाध्याय १७३७९ सि०श०लघुवृत्ति सावचूरि हेमचंद्राचार्य
१०। ४ ४|| द्वितीयाध्याय द्वितीयपाद पर्यंत १७३८० कुमारसंभव महाकाव्य अष्टमसर्ग पर्यंत ४९ कालिदास महाकवि
१४६० मध्यम १०।४४ १७३८१ किरानार्जनीय महाकाव्य दशमसर्गटीका ४६
मल्लिनाथसूरि
उत्तम १०। ४४|| १७३८२ माघकाव्यटीका पंचसर्ग पर्यंत हेमचंद्राचार्य
१०४४।। १७३८३ किरातार्जुनीय महाकाव्य
५५ भारवि
१७०८ १७३८४ त्रिषष्टि श०पु०च०परिशिष्ट पर्व १०२५ हेमचंद्राचार्य
१०।४ ४।। १७३८५ कुपक्षकौशिकसहनकिरण-प्रवचनय ३३९ धर्मसागरोपाध्याय परीक्षा सटीक त्रिपाठ स्वोपज्ञ
स्वोपज्ञ १७३८६ जिनशतक पजिका सह ।
मू०जंबूकवि टी०शांबसाधु
१५५० पं०१०२५
१०।। ४।। १७३८७ आचारपरीप ६-७५ रत्लशेखरसूरि
४०६५१५१६
१०x४। १७३८८ श्रावकानुष्ठानविधि-वंदारुवृत्ति
देवेन्द्रसूरि . १७३८९ कल्पसूत्र सावचूरि पंचपाठ -५८ प्रा०सं० मू०भद्रबाहुस्वामी
१४८८ १७३९० रत्नाकरावतारिका २-७९ सं० रत्नप्रभसूरि
५००१ १५१४
१०। ४४|| १७३९१ ओघनियुक्ति
५१ प्रा० भद्रबाहुस्वामी
११६४गा०
१५०२ १७३९२ ओघनियुक्ति दीपिका वृत्ति सह" ६५ प्रा०सं० मू०भद्रबाहस्वामी
६५००
मध्यम
१. चित्रपूष्ठिका सह २. प्रथम पत्र नथी ३. शुद्ध छे, ४. श्वलोक पर्यंत, पत्र ३जु डबल ५ पत्र २७-३७ डबल ६. पत्र १-५ नथी, ७. पत्र ३५ डबल.
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