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पाटण श्रीहेमचन्द्राचार्य जैन ज्ञानमन्दिरस्थित तपगच्छ जैन ज्ञानभण्डारना हस्तलिखित ग्रन्थोनुं सूचिपत्र
[२२] पुस्तकनु नाम पत्र भाषा
कर्ता
श्लोकसख्या रचनास, लेखनस, स्थिति लम्बाई-पहोलाई
क्रमांक
५५०० १६५४
१७६९ उत्तम
१६६६
..
२३५
१६७८
१०।। ४।। १०x४|| १०11 x ४॥ १०.४४|| १०।। ४।। १०। ४ ४।। १०।४४
६
प्रा०
१६९२ १४८३
८५० १६७९
जीर्णप्राय १०।। ४।। मध्यम १०।४४।। उत्तम १०x४।
१० x ४।।
१६८२३ पार्श्वनाथ चरित्र गद्य
१२६ सं० उदयवीरगणि १६८२४ आवश्यकसूत्र नियुक्ति'
०
भद्रबाहुस्वामी १६८२५ आराधना १६८२६ देववंदनादिभाष्य सस्तबक
२० प्रा०गु० मू०देवेन्द्रसूरि १६८२७ इन्द्रियपराजयशतक सस्तबक १६८२८ आलोचनाविधि १६८२९ देववंदनादिभाष्यत्रय १६८३० इन्द्रियपराजयशतक सम्यक्त्वोच्चारणादिविधि ४ ग० प्रा० १६८३१ देववंदनादिभाष्यत्रय
९ प्रा० १६८३२ संग्रहणीप्रकरण अवचूरि
१४ सं० १६८३३ भगवतीसूत्र सबीजक अपूर्ण
११ ग १६८३४ सिंदूरप्रकर सावचूरि त्रिपाठ
१२ स० मू०सोमप्रभाचार्य १६८३५ दयाश्रयकाव्य सवृति प्रथमखंड
२२ .. मूoहेमचंद्राचार्य
टी०अभयतिलक १६८३६ पचनिग्रंथी बालावबोध सह'
प्रा०ग० मू०अभयदे वसूरि बा० मेरुसदर १६८३७ चन शरणप्रकीर्णक बाला०पंचपाठ १६८३८ पिडविशुद्धि बाला०सह
म०जिनवल्लभसूरि
स्त०संवेगदेवगणि १६८३९ (१) अभिधानांचतामणीशेषनाममाला । ८ स हेमचंद्राचार्य (२) एकाक्षरी नाममाला
अमरेन्द्रकवि १६८४० धर्मपराक्षासामाचारी-आचारमय
२३ प्रा० १६८४१ धर्मपरीक्षा
सं जिनमंडनगणि १६८४२ श्राद्धप्रतिक्रमण सवृत्ति-अर्थदीपिका
रत्नशेखरसूरि १६८४३ मुनिपतिचरित्र
To १६८४४ माघकाव्यसटीक पंचमसर्ग पर्यन्त ६८ सं० मू०माघकवि
सं० संदेहविषौषधि वृत्ति सह
टी०वल्लभकवि १६८४५ कल्पसूत्र
७४ प्रा० भद्रबाहुस्वापी
१६१२ १६३९
मध्यम उत्तम
१०x४।।
२२५
१८५० ६६४४१४९६ १५२३ Boo
१० x ४। १०।x ४॥ १०।। x ४।। १० x ४।।
मध्यम
१२१६
...
१०।। x ४||
१. पत्र १८९ डबल छे, २. पत्र८-१९नची ३. पत्र १-२ घेगा छे ४, पत्र ४,१३०.१३४ डबल छे. ५. पत्र ६३५ नची, पति पाणीमा भीजाले
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