SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 477
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ पाटण श्रीहेमचन्द्राचार्य जैन ज्ञानमन्दिरस्थित तपगच्छ जैन ज्ञानभण्डारना हस्तलिखित ग्रन्थोन सूचिपत्र पुस्तकनु नाम पज भाषा कर्ता लोकमरूया रचनास. लेखनस. स्थिति लम्बाई -प होलाई क्रमाक उत्तम सुधानन्द वाचक भावविजय १७मो गा ४४ १८मो गा ५१ १९मो गा ९३ १६३३ गा. १४ १९मो गा ३०१ ग्रं ४५१ १७२७ १७६६ १८मो गुणसागर ज्ञानसागर १९मा १०|x ४।। १०.४४।। १०||४४ १०|| ४|| १० x ४|| १०x४।।। १०।४४।। १०x४।। १०। ४।। १०11x४| १० x ४।।। १०x४| १०४४|| १०x४| १०।४४|| आनन्दविजय १६४२ १८मो १७मो १९मो १८ मो १५९७१ बोलविचार १५९७२ जीरावलापार्श्वनाथस्तवन १५९७३ अन्तरीक्षपार्श्वनाथछन्द १५९७४ चम्पकमालारास १५९७५ चिन्तामणिपार्श्वनाथविनति १५९७६ आर्द्रकुमारचतुष्पदी १५९७७ सत्तरीसयठाणयन्त्र १५९७८ किरातार्जुनीयवृत्तिगतश्लोक व्याख्या अपूर्ण ३ १५९७९ साधुवन्दना १५९८० लुम्पकहुण्डी अपूर्ण १५९८१ धनदत्तचतुष्पदी-व्यवहारशुद्धिविषये १५९८२ चारित्रमनोरथमाला १५९८३ द्वादशभावना १५९८४ केशी-प्रदेशीप्रबन्ध १५९८५ १. मेघकुमारस्वाध्याय । २. स्थूलभद्रस्वाध्याय ) १५९८६ आनन्दसागरस्तवनचोवीसी १५९८७ शंखेश्वरपार्श्वजिनस्तवन १५९८८ रत्नसारकुमारचतुष्पदी १५९८९ औषधि १५९९० अन्तरीक्षपार्श्वनाथछन्द १५९९१ चन्द्रलेखाचतुष्पदी-सामायिकविषये १५९९२ नेमीश्वरचरित्रफाग १५९९३ नवकारमहिमास्वाध्याय १५९९४ देवचन्द्रजीस्तवनचोवीसी १५९९५ वासुपूज्यजिनधवल २१८ १६९६ गा. ५३ १९मो समयसुन्दर क्षेमराज सकलचन्द्र पार्श्वचन्द्र १. भावप्रभसूरि २. भाव प्रभसूरि आनन्दसागर वृद्धिविजय वाचक सहजसुन्दर गा. २५ गा. ११ १७मो १९मो उत्तम वाचक भावविजय हर्षमूर्ति १७३० गा ३०७ १५८२ १७मा १८मो गा, ५१ १७८३ गा १७४ १५६६ १८मो गा ९१ १७मो १९मो ९।।। x ४। १०। ४४।।। १०। ४४|| १०४४|| १०.४४|| ९४४ १०। ४४|| १०x४।।। १०x४। ज्ञानविमल देवचन्द्रजी १८१४ गा १२९. ग्रं ३०६ १६६६ .. १५४५ १७मो .. १५९९६ गौतमपच्छाचतुष्पदी ९।।। ४ ।। १०४४।। ३ . लावण्यसमय Jan Education international For Prve & Personal use only
SR No.018046
Book TitleCatalogue of Manuscripts of Patana Jain Bhandara 01 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPunyavijay, Jambuvijay
PublisherShardaben Chimanbhai Educational Research Centre
Publication Year1991
Total Pages650
LanguageHindi
ClassificationCatalogue
File Size13 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy