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पाटण श्रीहेमचन्द्राचार्य जैन ज्ञानमन्दिरस्थित श्रीसङ्ग जैन ज्ञानभण्डारना हस्तलिखित ग्रन्थोन सचिपत्र (कच्छदेशमाथी खरीदेला ग्रन्थो) प्रथमो विभागः [१८] क्रमांक पुस्तकनुं नाम
पत्र भाषा कर्ता क्रमांक पुस्तकनुं नाम
पत्र भाषा कर्ता
१३२०८
१३२०९
१३२१० १३२११ १३२१२ १३२१३ १३२१४ १३२१५ १३२१६ १३२१७
१३२१८
१३१८७ शोभनस्तुतिचतुर्विशतिका सटीक त्रिपाठ
२१ सं. मू. शोभनमुनि १३१८८ कल्याणमन्दिरस्तोत्र सटीक २३ सं. म. सिद्धसेनाचार्य,
टी. कनककुशल १३१८९ सिद्धान्तकौमुदी प्रौढमनोरमा
व्याख्या समासोत्तरभाग ५१ सं. भट्टोजी दीक्षित १३१९० सिद्धान्तकौमुदी प्रौढमनोरमावृत्ति कारक पर्यन्त
७८ सं. भट्टोजी दीक्षित १३१९१ सिद्धान्तकौमुदी प्रौढमनोरमावृत्ति तिङन्तकाण्ड
६८ सं. भट्टोजी दीक्षित १३१९२ सिद्धान्तकौमुदी प्रौढमनारमावृत्ति समासविधि
३२ सं. भट्टोजी दीक्षित १३१९३
सं. नागराज १३१९४ काव्यप्रकाश
मम्मट-अल्लट १३१९५ सदेवच्छ-सावलिङ्गाचोपाई ३४ गु. नित्यलाभ १३१९६ काव्यालोक
४ सं. हरिप्रसाद १३१९७ वाग्भटालङ्कार
वाग्भट १३१९८ समवायाङ्गसूत्र
३५ प्रा. सुधर्मास्वामी १३१९९ लखपतिमञ्जरीनाममाला १४ हिन्दी लखपति महाराउ १३२०० श्राद्धविधि स्वोपज्ञविधिकौमुदी वृत्तिसह
१२८ प्रा.सं. रत्नशेखरसूरि १३२०१ कल्पान्तर्वाच्य १३२०२ श्राद्धप्रतिक्रमणसूत्र चूर्णिसह ७१ प्रा. विजयसिंहसूरि १३२०३ वन्दारुवृत्ति
षडावश्यकसूत्रवृत्ति * सं. देवेन्द्रसूरि १३२०४
प्रश्नव्याकरणदशाङ्गसूत्र ११० प्रा.सं. मू. सुधर्मास्वामी, सटीक पञ्चपाठ
टी. अभयदेवसूरि १३२०५ चम्पकश्रेष्ठिकथा-अनुकम्पादाने
गद्य १३२०६ करकण्डूनृपकथा गद्य २ सं. १३२०७ पापबुद्धिनृप-धर्मबुद्धिमन्त्रिकथा गद्य
४ सं.
आवश्यकसूत्र लघुवृत्तिसह सामायिकाध्ययनवृत्ति प्रथम खण्ड ३५८ प्रा.सं. हरिभद्रसूरि सुन्दरशृङ्गार
७५व्रजभाषा मू. सुन्दरदास, रसदीपिका टीकासह
टी, कनककुशलसूरि इलाचीकुमाररास
८ गु. ज्ञानसागर रसरहस्य
६१ हिन्दी कुलपति मिश्र काव्यकुतूहल
१२ सं. द्वादशभावविचार
१२ सं. सारशिखामणरास
७ गु. संवेगसुन्दरोपाध्याय शृङ्गारतिलक
६-२५ सं. रुद्रभट्ट पथ्यापथ्यविनिश्चय अपूर्ण २३ सं. सौन्दर्यलहरी सटीक
५३ सं. मू शङ्कराचार्य,
टी. राजशर्मा बिहारी सतसइयां जांगडी टीकासह
८३वजभाषा देवीभगवतीमाहात्म्यसप्तशतिकामार्कण्डेयपुराणगत ४८ सं. रसिकप्रिया टीकासह ८९व्रजभाषा क्रियाकलाप
९ सं. विजयानन्द लखपतिशृङ्गार
३३ व्रजभाषा लखपति महाराउल स्थूलभद्रनवरसो
९ गु. उदयरल सुन्दरशृङ्गार
५५वजभाषा मू. सुन्दरदास, टी. रसदीपिका टीकासह
लखपति महाराउल विक्रमसेनचतुष्पदी
५५ गु. परमसागर प्रवीणसागर
१६६ हिन्दी पार्श्वनाथचरिख पद्यबन्ध ४७२ सं.गु. मू. भावदेवसूरि, सस्तबक
स्त. लक्ष्मीविजय भगवतीसूत्र
२५२ प्रा. सुधर्मास्वामी सिन्दूरप्रकर सटीक
६२ सं. मू. सोमप्रभाचार्य, टी.
जिनसागर सूरिशिष्य धर्म
१३२१९
१३२२० १३२२१ १३२२२ १३२२३ १३२२४
१३२२५ १३२२६ १३२२७
१३२२८ १३२२९
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