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पाटण श्रीसङ्घ जैन ज्ञानभण्डारना हस्तलिखित ग्रन्थोनुं सूचीपत्र, प्रथमो विभाग: पत्र भाषा कर्ता
क्रमांक पुस्तकनुं नाम
| क्रमांक
[१६ ]
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पुस्तकनुं नाम
पत्र भाषा
कर्ता
६१२ उत्तराध्ययनसूत्र गत
ईषुकारीयाध्ययनसस्तबक २२ प्रा.गु ६१३ उत्तराध्ययनसूत्र लघुवृत्तिगत कथासंक्षेप
३८ सं. उत्तराध्ययनसूत्र लघुवृत्तिगत कथासङ्ग्रह
सं. मुनिसुन्दरसूरिशिष्य ६१५ उत्तराध्ययनसूत्र नवमअध्ययनगत
प्रत्येकबुद्धकथा ६१६ जैनागमविषमपदपर्याय ६० ६१६ (१) नन्दिसूत्र विषमपदपर्याय ६१६ (२) आवश्यकवृत्ति
विषमपदपर्याय ६१६ (३) दशवैकालिकसूत्र
विषमपदपर्याय ६१६ (४) ओघनियुक्तिविषमपदपर्याय ६१६ (५) पिण्डनियुक्तिविषमपदपर्याय ६१६ (६) पिण्डनियुक्तिगाथावृत्ति ६१६ (७) पिण्डनियुक्तिविषमगाथा
विवरण ६१६ (८) उत्तराध्ययनबृहवृत्तिपर्याय ६१६ (९) आचाराङ्ग पर्याय ६१६ (१०) सूत्रकृताङ्ग पर्याय ६१६ (११)स्थानाङ्ग पर्याय ६१६ (१२) समवायाङ्ग पर्याय ६१६ (१३)भगवती पर्याय ६१६ (१४)जीवाभिगमसूत्र पर्याय ६१६ (१५)प्रज्ञापनासूत्र पर्याय ६१६ (१६)प्रज्ञापनाविवरण-विषमपद
पर्याय ६१६ (१७)जीतकल्प विषमपदपर्याय ५७
६१७. जैनागमविषमपदपर्याय ८३ सं. ६१७ (१) नन्दिसूत्र विषमपदपर्याय ६१७ (२) आवश्यकवृत्ति
विषमपदपर्याय ६१७ (३) दशवैकालिकसूत्र
विषमपदपर्याय ६१७ (४) ओपनियुक्ति विषमपदपर्याय ३२ ६१७ (५) पिण्डनियुक्ति विषमपदपर्याय ३३ ६१७ (६) पिण्डनियुक्ति गाथावृत्ति ३७ ६१७ (७) पिण्डनियुक्ति
विषमगाथाविवरण ६१७ (८) उत्तराध्ययनबृहवृत्ति पर्याय ६१७ (९) आचाराङ्ग पर्याय ६१७ (१०) सूत्रकृताङ्ग पर्याय ६१७ (१)स्थानाङ्ग पर्याय ६१७ (१२)समवायाङ्ग पर्याय ६१७ (१३)भगवती पर्याय ६१७ (१४)जीवाभिगमसूत्र पर्याय ६१७ (१५)प्रज्ञापनासूत्र पर्याय ६१७ (१६)प्रज्ञापनाविवरण
विषमपदपर्याय ६१७ (१७)जीतकल्प विषमपदपर्याय ६१८ ऋषिभाषितउद्धार ६१९ चतुःशरणप्रकीर्णक
९ प्रा. वीरभद्रगणि ६२० चतुःशरणप्रकीर्णक
प्रा. वीरभद्रगणि ६२१ चतुःशरणप्रकीर्णक
३ प्रा. वीरभद्रगणि ६२२ चतुःशरणप्रकीर्णक
३ प्रा. वीरभद्रगणि ६२३ चतुःशरणप्रकीर्णक
४ प्रा. वीरभद्रगणि ६२४ चतुःशरणप्रकीर्णक
४ प्रा. वीरभद्रगणि ६२५ चतुःशरणप्रकीर्णक
५ प्रा. वीरभद्रगणि
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