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क्रमांक
९४११ कर्मबलसज्झाय ९४१२ (१) आध्यात्मिक पदो
९४१२ (२) सवासोगाथानुं सीमन्धर जिनस्तवन
९४२०
९४२१
९४२२
९४२३
९४१२ (३) महावीरचन्द्रावला आदि ९४१३ छोतीविचारस्वाध्याय ९४१४ (१) विजयदेवसूरिसज्झाय ९४१४ (२) एकादशमतनिरूपणस्वाध्याय ९४१५ कुमतिवदनचपेटाभास लुङ्कामतनिर्मूलनिकन्दनस्वाध्याय १ गु. पार्श्वचन्द्रमतनिरासस्वाध्याय सवासोशीखसज्झाय
१ गु.
९४१६
९४१७
९४१८
१ गु. ५-७ गु. बावीसकौतुकसज्झाय अर्थसहित
९४१९
९४२४
९४२५
९४२६
पाटण श्रीहेमचन्द्राचार्य जैन ज्ञानमन्दिरस्थित सागरगच्छ जैन ज्ञानभण्डारना हस्तलिखित ग्रन्थोनुं सूचिपत्र प्रथमो विभागः पुस्तकनुं नाम
पत्र भाषा
कर्ता
क्रमांक
पुस्तकनुं नाम
पत्र भाषा
९४२७
९४२८
वज्रस्वामिनां फूलडां
छोतीस्वाध्याय
जीभदांत संवाद
चसिमाशब्दशतार्थीगर्भ
स्वाध्याय
पार्श्वनाथजिनस्तवन
हरियालीसज्झाय
चाररत्नस्वाध्याय
रूपकमाला
बालावबोधसहित
३ गु
एकसोबत्रीशदलकमलबद्ध स्तम्भन
रूपकमाला
बालावबोधसहित पञ्चपाठ
१ गु. वीरविमल
११ गु.
रूपकमाला
बालावबोधसहित त्रुटक
११ गु.
११ गु.
३ गु.
२ गु.
२ गु.
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२ गु.
१ गु.
२. यशोविजयोपाध्याय
३. विमलकीर्ति
पातु
२ गु..
८ गु.
२. कनकविजयशिष्य हाथीगणि
राजसागर
२ गु.
३ गु.
१ गु. हीरकलश
कमलविजयशिष्य
मयाचन्द्र
सोमविमलसूरि
भानुमेरु
कनककुशल
मू. पुण्यनन्दी महोपाध्याय
बा. रत्नरङ्गोपाध्याय
७ गु. मू. पुण्यनन्दी महोपाध्याय बा. रत्नरङ्गोपाध्याय
१७- २० गु मू. पुण्यनन्दी
महोपाध्याय बा. रत्नरङ्गोपाध्याय
९४२९
छोतीमिथ्यात्वकुलक ईसरशिक्षाकुलक
९४३०
९४३१ (१) ब्रह्मचर्यसमाधिकुलक
९४३१ (२) नमस्कार
९४३२
९४३३
९४३४
९४३५
९४३६
९४३७
जीवदयाकुलक जीवदयाकुलक
संवरकुलक
उपदेशरत्नकोशकुलक शाश्वताशाश्वतजिन स्तवन मौनएकादशीस्तवन अपूर्ण
९४३८
पुण्यप्रकाशस्तवन
९४३९
स्वाध्यायसङ्ग्रह ९४४० वयरस्वामिस्वाध्याय
९४४१ (१) नेमिनाथ चोवीस चोक
९४४१ (२) देवानन्दापूर्वभवसज्झाय
९४४१ (३) पुत्रसज्झाय
९४४२
९४४३
९४४४
९४४५
९४४६
९४४७
९४४८
द्रव्यगुणपर्याय
आलोयणप्रकाशरास लक्ष्मीसरस्वतीसंवाद
वर्णनस्तवन
सीमन्धरविज्ञप्ति
९४४९
९४५०
९४५१
९४५२ (१) सत्तरभेदीपूजास्तवन ९४५२ (२) शत्रुञ्जयस्तवन अपूर्ण
४ गु. पातो
२ गु.
१ गु.
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२ गु.
१ गु.
१ गु.
सोममएन
१ गु सोममण्डन
२ गु.
कर्ता
२ गु.
१. पार्श्वचन्द्र
गु. लक्ष्मीविजय
१३ गु
८
गु.
८
८
८
गु.
९ गु.
१९ गु.
५ गु
गु
गु.
गु. विनयविजयोपाध्याय
[ २७१ ]
मणिचन्द्र
जिनहर्ष
दोषकसत
४ गु
३
चतुर्विंशतिजिनस्तुति गु. जयसौभाग्य वीरजिनस्तवन- दीवालीस्तवन ८ गु, गुणहर्ष पार्श्वजिनेन्द्रयौवनविलासादि
१. अमृतविजय
२. सकलचन्द्र
३. मानकवि
४ गु कमलविजय ७ गु सिद्धिविजय
चैत्री पूर्णिमादेववन्दनविधि ८ गु. दानविजय चैत्रीपूर्णिमादेववन्दनविधि
४ गु
दानविजय १. रत्नहर्ष
गु.
३ गु.
२. प्रेमविजय
यशोविजयोपाध्याय लालविजय पूर्णिमापक्षीय रत्नसुन्दरसूरि
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