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पाटण श्रीहेमचन्द्राचार्य जैन ज्ञानमन्दिरस्थित वाडीपार्श्वनाथ जैन ज्ञानभण्डारना हस्तलिखित ग्रन्थोनु सूचिपत्र प्रथमो विभागः [१९७ 1 पुस्तकनुं नाम पत्र भाषा कर्ता क्रमांक पुस्तकनुं नाम
पत्र भाषा कर्ता
क्रमांक
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पाप
६६००
६५९६ (३) स्वप्राष्टकविचार सटीक २८ प्रा.सं. ३.मू जिनवल्लभगणि
टी. जिनपाल ६५९७ द्वादशकुलक सटीक ४२ प्रा.सं. मू. जिनवल्लभगणि
टी. जिनपाल ६५९८ सिद्धहेमशब्दानुशासनसूत्रपाठ सप्तमाध्यायपर्यन्त
१६ सं. हेमचन्द्राचार्य ६५९९ हेमधातुपाठसंक्षेप
५ सं. सिद्धहेमशब्दानुशासन स्वोपज्ञ लघुवृत्ति तथा हैमन्यायसंग्रह लघुवृत्ति
९१ सं. हेमचन्द्राचार्य ६६०१ सिद्धहेम० अष्टमाध्यायसूत्रपाठ ४ गु हेमचन्द्राचार्य ६६०२ सिद्धहेम० अष्टमाध्याय स्वोपज्ञ बृहद्वृत्तिसह
३६ सं. हेमचन्द्राचार्य ६६०३ सिद्धहेम० बृहद्वृत्तिपञ्चमाध्याय चतुर्थ पादपर्यन्त
१७४ सं. हेमचन्द्राचार्य ६६०४ सिद्धहेम० बृहद्वृत्ति षष्ठाध्यायथी
सप्तमाध्याय चतुर्थपादपर्यन्त ८६ सं. हेमचन्द्राचार्य ६६०५ हैमविभ्रमसूत्रवृत्ति तथा
हैमविभ्रमसूत्र ६६०६ सिद्धहेम०लघुन्यास
बृहनयाससारोद्धार १७२ सं. कनकप्रभसूरि ६६०७ सिद्धहेम०षोडशपादपर्यन्त
अवचूरि ६६०८
बुद्धिसागरव्याकरणपञ्चग्रन्थी
१०४ सं. बुद्धिसागरसूरि ६६०९ सिद्धहेम०लघुवृत्ति-चतुष्कवृत्ति ।
अवचूरिनुण्ढिका ६६ सं. ६६१०
सिद्धहेमस्वोपज्ञ तत्त्वप्रकाशिकाप्रकाश शब्दमहार्णवन्यास प्रथमाध्यायप्रथमपाद अपूर्ण ३७ सं. हेमचन्द्राचार्य
६६११ सिद्धहेम० स्वोपज्ञ तत्त्वप्रकाशिका
प्रकाश शब्दमहार्णवन्यास प्रथमाध्यायतृतीयपादथी
द्वितीयाध्याय प्रथमपादपर्यन्त ६३ सं. हेमचन्द्राचार्य ६६१२ सिद्धहेम० स्वोपज्ञ तत्त्वप्रकाशिका
प्रकाश शब्दमहार्णवन्यास द्वितीयाध्याय द्वितीय-तृतीय चतुर्थपाद, तृतीयाध्याय चतुर्थपाद
अने सप्तमाध्याय ततीयपाद १५६ सं. हेमचन्द्राचार्य ६६१३ सिद्धहेम० अष्टमाध्याय बृहद्
वृत्तिदीपिका प्राकृतदीपिका अपूर्ण
२७ सं. हेमचन्द्राचार्य ६६१४ हैमलिङ्गानुशासन स्वोपज्ञविवरणसहित
सं. हेमचन्द्राचार्य ६६१५ अनेकार्थतिलकनाममाला
महीप ६६१६ (१) हैमअनेकार्थनाममाला
हेमचन्द्राचार्य ६६१६ (२) एकाक्षरीनाममाला
२७ सं. हेमचन्द्राचार्य ६६१७ हैमउणादिगण स्वोपज्ञवृत्तिसहित
• सं. मू हेमचन्द्राचार्य ६६१८ हैमअनेकार्थनाममाला १७१ सं. मू हेमचन्द्राचार्य अनेकार्थकैरवाकरकौमुदी
वृ. महेन्द्रसूरि वृत्तिसहित ६६१९ नलायन
सं. माणिक्यसूरि बालभारत
१४० सं. अमरचन्द्रसूरि ६६२१ वसन्तविलास महाकाव्यवस्तुपालचरित्र
२४ सं. बालचन्द्रसूरि ६६२२ चक्रपाणिविजयमहाकाव्य ३० सं. लक्ष्मीधर भट्ट ६६२३ (१) विक्रमांककाव्य
४८ सं. बिल्हण भट्ट ६६२३ (२) घटकपरकाव्य ६६२३ (३) मेघाभ्युदयकाव्य
८०
सं.
६६२०
सं.
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