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पाटण श्रीहेमचन्द्राचार्य ज्ञानमन्दिरस्थित शुभवीर जैन ज्ञानभण्डारना हस्तलिखित ग्रन्थोनुं सूचीपत्र. प्रथमो विभागः [१८६ 1 पुस्तकनुं नाम पत्र भाषा कर्ता क्रमांक पुस्तकनु नाम
पत्र भाषा कर्ता
क्रमांक
६२१७ समाधितन्त्र दोषक
४ गु यशोविजयोपाध्याय ६२१८ शिक्षाशतक दूहा
५ गु हंसरल ६२१९ चोवीस तीर्थकर सवैया ५ गु. नयविमल ६२२० (१) वैराग्यपक्रमदूहा
१-३ गु नरपति कवि ६२२० (२) शृङ्गारप्रक्रमदूहा
३-४ गु नरपति कवि ६२२० (३) विवेकवणझारा गीत
कृष्ण ६२२० (४) अबोलाभाग्यन गीत ६२२० (५) दुर्गाशब्दशकुनावली
मुं ६२२० (६) श्वान-पिपीलिका शकुनावली
७मुं ६२२० (७) पल्ली-शरटशान्तिविधानवसन्तराजग!क्त
८-१० सं. ६२२०१८) पद्यावतीस्तोत्र
१०मुं गु ६२२० (९) स्वप्रबोतरी
१०-१२ गु. संघकुशल ६२२१
तेत्रीस आशातना टालक सवैया शु. ६२२२ हीरविजयआदिविषयक २ गु. गजविजय, सवैया
सोमविजय, भाणचन्द्र
आदि ६२२३ नेमिजिन सवैया
१ पूर्वी
संधी
FFERF
२
६१९६ जसविलास-पदसङ्ग्रह ३ गु यशोविजयोपाध्याय ६१९७ जसविजयकृत स्तवनादिसङ्ग्रह
३-१० गु यशोविजयोपाध्याय ६१९८ यशोविजयकृत पदसङ्ग्रह ४ गु यशोविजयोपाध्याय ६१९९ (१) भीलडीनी सज्झाय
२ गु उदयरल ६१९९ (२) नेमिनाथनुं स्तवन
२ गु हर्षविजय ६२०० पृथ्वीराजवेलि सस्तबक ३८ गु. स्त. खरतर
शिवनिधान ६२०१ पृथ्वीराजवेलि टीकासह २७ गु. ६२०२ ध्यानस्वरूपनिरूपणप्रबन्ध ६ गु. भावविजय ६२०३ पञ्चपरमेष्ठिमन्त्रराजध्यानमाला २४ गु मू. नेमिदास, सस्तबक
स्त. ज्ञानविमलसूरि ६२०४ क्षमाछत्रीसी
समयसुन्दर ६२०५ ढुण्ढकपचीसी
जिनेन्द्रविजय ६२०६ नरनारीशिक्षाछत्रीसी
हीरविजय ६२०७ महावीरजिनवेलि
सकलचन्द्र ६२०८ आदीश्वरवीनति ६२०९ सीमन्धरजिनवीनति
४ गु. सकलचन्द्र ६२१० सीमन्धरजिनवीनति
सिद्धिविजय शीलबत्रीसी
राजसमुद्र ६२१२ उत्तराध्ययनसूत्र ३६ अध्ययननी सज्झायो
१५ गु उदयविजय वाचक ६२१३ उत्तराध्ययनसूत्र ३६ अध्ययननी सज्झायो
३-१६ गु उदयविजय वाचक ६२१४ (१) उत्तराध्ययनसूत्र नामाधिकार सज्झाय
३ गु १. खेमराज ६२१४ (२) चैत्यवन्दन ६२१५ उत्तराध्ययननी सज्झायो १४ गु. उदयविजय वाचक ६२१६ उत्तराध्ययनसूत्र ३६ अध्ययननी सज्झायो
११ गु. उदयविजय वाचक
गु.
६२११
४ गु नयविमल ५ हिन्दी
६२२४ चोवीस तीर्थकर सवैया ६२२५ अध्यात्मसवैयासङ्ग्रह ६२२६ सूक्तावली ६२२७ सूक्तमाला ६२२८ सूक्तमाला ६२२९ क्षामणक ६२३० (१) अणगसवर्णनगीत-आशकी
वेण ६२३० (२) कबीर-कुतुबुद्दीनआदिकृतपदो ६२३१ सारशीखामणरास अपूर्ण
१० गु. केसरविमल १० गु केसरविमल ८ गु लुम्पकगच्छीयकृत २ गु माणिक्य
२
गु.
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