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________________ [१६८ ] पाटण श्रीहेमचन्द्राचार्य ज्ञानमन्दिरस्थित शुभवीर जैन ज्ञानभण्डारना हस्तलिखित ग्रन्थोनुं सूचीपत्र. प्रथमो विभागः पुस्तकनुं नाम पत्र भाषा कर्ता क्रमांक पुस्तकनुं नाम पत्र भाषा कर्ता क्रमांक FF ५५९२ (२) स्याद्वादविचारगर्भित महावीर जिनस्तवन १७ गु. विनयविजय ५५९३ (१) जीवविचारस्तवन ७ गु. १. वृद्धिविजय ५५९३ (सोळ स्वप्रानी सज्झाय नवतत्त्वविचारस्तवन डुङ्गर मुनि ५५९५ चोवीसदण्डकविचारगर्भित पार्श्वनाथस्तवन धरमसी ५५९६ नरकविपाकवर्णनगर्भित वीरजिनस्तवन ५५९७ नरकाधिकारस्तवन ५५९८ पांचकारणविचारगर्भित वीरजिनस्तवन गु. विनयविजयोपाध्याय ५५९९ (१) कुमतिनिवारणस्तवन यशोविजयोपाध्याय ५५९९ (२) शारिकास्तुति ३ गु. २. ज्ञानविमल ५५९९ (३) कुंथुनाथस्तवन ३ गु. ३. आनन्दघन ५६०० रोहिणीतपविधिस्तवन ४ गु. वीरविजय ५६०१ सप्तनयविचारगर्भित वीरजिनस्तवन नयकर्णिका २ सं. विनयविजयोपाध्याय ५६०२ (१) सिद्धचक्रस्तवन ४ गु. १. मानविजय ५६०२ (२) अमृतवेलिसज्झाय गु. २. यशोविजयोपाध्याय ५६०३ (१) अष्टमीस्तवन ६ गु. १. कान्तिविजय ५६०३ (२) मौनएकादशीस्तवन ६ गु. २. कान्तिविजय ५६०३ (३) वर्धमानजिनस्तवन ६ गु. ३. सकलचन्द्र ५६०४ अध्यात्मगीता १४ गु. ५६०५ पुगलगीता ५ हिन्दी चिदानन्द ५६०६ इन्द्रियविकारनिरोध कुलक सस्तबक २ प्रा.गु. ५६०७ (१) जम्बूस्वामिसज्झाय ५६०७ (२) अनाथीमुनिसज्झाय ४ गु. २. समयसुन्दर ५६०७ (३) सरस्वतीछन्द गु. ३. नयकुशल ५६०७(४) वीरजिनस्तवन गु. ४. उदयरत्न ५६०७ (५) चन्द्रप्रभजिनस्तवन ५६०८ बारभावनावेली गु. जयसोमगणि ५६०९ नेमजीनी लुअर गु. ऋद्धिहर्ष ५६१० (१) तेर काठियानी सज्झाय १८ गु. १. विशुद्धविमल ५६१० (२) दान-शील-तप-भावनानां १८ गु २. खरतर चोढाळियां समयसुन्दरोपाध्याय ५६११ चोमासीदेववन्दनविधि २४ गु वीरविजय ५६१२ (१) पाक्षिकप्रतिक्रमणविधि २ गु. २. जिनहर्ष ५६१२ (२) ढण्ढणऋषिसजाय गु. २. जिनहर्ष ५६१३ पन्नवणा ३६ पदगर्भितसज्झाय २ गु. विनयमेरु ५६१४ दशवकालिक १० अध्ययननी सज्झायो ७ गु. वृद्धिविजय ५६१५ परमानन्दस्तोत्र सस्तबक ४ सं.गु. ५६१६ मोतीशानां दाळियां ७ गु. वीरविजय ५६१७ दान-शील-तप-भावनानां चोढाळियां समयसुन्दर ५६१८ शंखेश्वरपार्श्वनाथनुं चोढाळियु ७ गु. रत्नविजय ५६१९ सुमतिविलास लीलावतीरास ४ गु. उदयरत्न ५६२० नवकाररास गोडीदास ५६२१ उपदेशसित्तरी रत्नहर्ष ५६२२ जम्बूपच्छा १८ गु. पार्श्वचन्द्रीय वीरजी मुनि ५६२३ द्रव्यगुणपर्यायरास स्वोपज्ञ टबार्थसहित ६४ गु. यशोविजयोपाध्याय ५६२४ अष्टप्रकारीपूजारास ८४ गु. उदयरल ५६२५ विक्रमादित्यरास अपूर्ण ६६ गु. Jan Education international For Private &Personal use only
SR No.018046
Book TitleCatalogue of Manuscripts of Patana Jain Bhandara 01 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPunyavijay, Jambuvijay
PublisherShardaben Chimanbhai Educational Research Centre
Publication Year1991
Total Pages650
LanguageHindi
ClassificationCatalogue
File Size13 MB
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