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VIII]
Works and their Sections
उ
उ(ओ)घनियुक्ति IV-260, 1. See ओ (घ) निज्जुत्ति (p. 233 ) and ओघ -
निर्युक्तिसूत्र (p. 233 ). पर II - 38,24
III-513, 12-13 II-293,13
उत्तरज्झयण II - 270, 22, 293, 8; III - 67, 3; 513, 8. See उत्तराध्ययनसुअक्खन्ध (p. 233 ).
उत्तराध्ययन 1 - 8, 23
उत्तराध्ययनदीपिका III - 457, 24
उत्तराध्ययनबृहद्वृत्ति III-60, 1-2; 73, 20; 73, 24
उत्तराध्ययनलघुवृत्ति III - 81, 6, 82, 15; 83, 17; 84, 20
उत्तराध्ययनसुअक्खन्ध IV -222, 17. उरम्भ ( s. VII of Uttaraj jhayana ) III - 57, 5
उर भी III - 67, 26
उभी (श्री) ( अ ) ध्याय III - 30, 21
उबवाइय II-292, 30-31. See उवाइय (p. 233 ), ओ० ( P. 233 ) and औपपातिक (p. 234 ).
'उवसग्गहरं' स्तोत्र II - 133, 14-15
वाइयI - 321, 9. See उववाइय (p. 233 ).
उवासग्ग(ग) दसा II-292, 14
See उत्तरज्झयण (p. 233 ).
233
उसुआरिज ( s. XIV of Uttarajjhayana ) III - 67, 7. See इणु (बु) कार (p. 232 ).
उसुयार III- 57, 27
ए
एकादशोपासक प्रतिमा (s. VI of Dasā ) II - 76, 11
ऐ
ऐर्यापथिकीसूत्र III - 333, 24-25
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ओ
=
ओ० ( ओववाह ) IV - 227, 5. See उववाइय (p. 233 ). ओ(घ) निज्जुत्ति III-397, 8; 397, 19. See उ ( ओ ) घनियुक्ति (p. 233 ). ओ नियुक्ति I-8, 25; III-598, 12
ओघनिर्मुक्तिदीपिका III - 457, 23
ओघनिर्युक्तिवृत्ति IV - 15.2, 19
ओघनिर्युक्तिसूत्र IV ~ 226, 14. See उ ( ओ ) घनियुक्ति (p. 233 ).
30 [J. L. P. ]
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