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.57.
II. II Angas Description.- Complete, For other details see Nandisutravisamapadaparyaya No. A 1882-83.
332 (1). Begins.-- fol. 36" मूत्रकृतांगाय नमः ॥ सूत्रकृतांगपर्यायाः प्रतिविसं(वा)दिवान
शोधिताः संतीति ज्ञेयं । अनंतगमः गमाः सदृशपाठाः पर्यायाः । शब्दपर्याया
अर्थस्त्वभिधेयगुणाः etc., as in No. 55. Ends.- fol. 39 परस्परविरुद्धानां etc., up to सूत्रकृतांगपर्यायाः as in No. 55.
Then from the same fol. 39° we have :--
पुनरपि सूत्रकृतांगपर्यायाः लिख्यते गमाः सदृशपाठाः पर्यायः शब्दपर्याया
etc., up to इति पूर्वा प्रत्यंचा दृष्टिर्मुष्टिर्वा ॥ on fol. N..B.- For subject see No. 55.
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