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अनुक्रमणिका
मंगलकामना
समर्पण
प्रकाशकीय
प्राक्कथन. कैलास श्रुतसागर सूची प्रकाशन की रूपरेखा .....
..........5-6 प्रस्तुत हस्तप्रत सूचीगत सूचनाओं का स्पष्टीकरण ........
..........6-9 हस्तप्रत सूचीकरण सहयोग सौजन्य प्रस्तुत सूची में प्रयुक्त संक्षेप व संकेत ... ........................
....11-12 अनुक्रमणिका.
................ 13 हस्तप्रत सूची ...
.........1-466 परिशिष्टः कृति परिवार की मूल कृति के अकारादि क्रम से - परिचय.... .467-469 १. कृति नाम से प्रत-पेटाकृति क्रमांक सूची (संस्कृत, प्राकृत, अपभ्रंशादि)...
...470-527 २. कृति नाम से प्रत-पेटाकृति क्रमांक सूची (मा.गु., प्राचीन हिन्दी, राजस्थानी आदि)...
528-590
प्रस्तुत सूची पत्र में निम्नलिखित संख्या में सूचनाओं का संग्रह है. ० प्रत क्रमांक - १३८२६ से १७३००. 0 इस सूचीपत्र में मात्र जैन कृतियों वाली प्रतों का ही समावेश किए जाने के कारण वास्तविक रूप से २५६२
प्रतों का समावेश इस खंड में हुआ है. ० समाविष्ट प्रतों में कुल २४८५ कृति परिवारों का समावेश हुआ है. ० इन परिवारों की कुल ३१९६ कृतियों का समावेश हुआ है. 0 उपरोक्त कृतियाँ प्रतों में कुल ५४२० बार आई हैं.
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