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हस्तप्रत सूचिपत्र-परिशिष्ट-१, ग्रंथकर्तानामानुक्रमणिका
215
१६९८४/४ १६८०२/५ १८१३३/२ १७८०४ १६३०४ १५३४७
भाणविजय १५३९८ भाणविजय १८३००/८ भाणविजय गणि. १८२११ भानभेर(भानुमेरु) १५८२१/२ भानुचंद
१८५८८/९ भायल पंडित १८३७४ भारती, ले. नारद (मूल) १६१५१/३
१६३०२ भारवि कवि १८७४५ भाव विजय १५६७४ भाव विजयगणि भावकल्लोल १६५१५/८ भावचंद्रसूरि १७३१४ भावदेवसूरि १५८६८/१ भावदेवसूरि १६२३१
भारवि
१६५५५/२ १८३०६
१६५४९
१६६७९
भीमविजय भीमोमुनि भुवनकीर्ति खरतर भुवनतुंगसूरि शिष्य भोजदेव मक्तिसागर मणिउद्योत मणिउद्योत मणिचंद मणिचंद्र मणिचंद्र मणिचंद्र मणिविजय मणिविजय मणिविजय मणिविजय मतिकुशल मतिवर्धन पाठत मतिविशाल मतिशेखर मतिसागर मतिसागर मनजी मनोहर शर्मा मयाचंद मयाचंद मयूर कवि
१८५९३ १५५१९/२ १८१९८/४ १८१९८/५ १८१९८/६ १८१५१ १७४०४ १८३०३/७ १८७४० १५८२१/३
१७२८५
१७३०३ १७६७७
अष्टापद स्तवन सिद्धचक्र थोय विक्रमराजा रास चंदनबाला स्वाध्याय वसंत गीत . मदनबोधिनी कथा-शुकसप्ततिकथा गिरनार कल्प किरातार्जुनीयकाव्य किरातार्जुनीय महाकाव्य ध्यानस्वरूपनिरुपण उत्तराध्ययन सूत्र-वृत्ति आचारनी सज्झाय शांतिनाथ चरित्र गद्य चतुर्विंशति जिन नमस्कार पार्श्वनाथ चरित्र महाकाव्य (सर्ग-८) (सचित्र) ह. प्र. ६९ पार्श्वनाथ चरित्र-६ ठ्ठा सर्गथी अपूर्ण पार्श्वनाथ चरित्र गद्य सर्ग ८ सुधी यतिदिन चर्चा पार्श्वनाथ चरित्र (ह. प्र. ७७) पार्श्वनाथ चरित्र पार्श्वनाथ चरित्र पुरंदर चोपाई वीरजिनस्तवन आषाढभूति चोपाई (ढाल-५) अजयराज चोपाई झांझकीया ऋषि गुण स्वाध्याय झांझरिया ऋषि स्वाध्याय झांझरीआमुनि सझाय झांझरीयाऋषि स्वाध्याय गच्छपति गीत स्वाध्याय-५ तेरकाठीयानी सज्झाय ध्यान स्वरूप निरुपण प्रबंध ध्यानस्वरूप स्वाध्याय चैत्यपरिपाटी चित्रकूट शीयल नववाड रास न्यायसार (परि. ३ जो) नेमनाथ चंद्रायणा रुपसेनरास नागिल कुमाररास
१७९४०
वीर जिनस्तुति औपदेशिक विकट पंथ सज्झाय अंजनासुंदरी रास नवतत्त्व प्रकरण पृच्छाज्ञान केवली तीर्थकर स्तोत्र गुंहली गुरु गुंहनी पद, स्तवन संग्रह ऋतुवंतीनी सज्झाय आदि संग्रह सज्झाय संग्रह (२१) सज्डाय संग्रह द्वितीयगुणस्थानक भास पांच कर्म प्रकृति स्वाध्याय त्रण कर्मप्रकृति स्वाध्याय चौद गुणठाणा स्वाध्याय चंद्रलेखा रास गौतमपृच्छा-वृत्ति पार्श्वजिन स्तवन ईलाचीपुत्र चरित्र गौतमाष्टक क्षेत्रसमास रास विनयदेवसूरि विवाहलो (रास) श्रुतबोध सटीक-सुबोधिनी वृत्ति सिद्धगिरि स्तवन सिद्धाचलगिरि स्तवन सूर्यशतक शतकत्रय शीलोपदेश माला पंचदशप्राभृत (चंद्रप्रज्ञप्ति वृत्ति उद्धृत) क्षेत्रसमास-वृत्ति जीवाभिगम सूत्र-वृत्ति नंदीसूत्र वृत्ति राजप्रश्नीयोपांग सूत्र-वृत्ति राजप्रश्नीयोपांग सूत्र-वृत्ति सूर्यप्रज्ञप्ति सूत्र-वृत्ति नंदी सूत्र-वृत्ति राजप्रश्रीयोपांग सूत्र वृत्ति राजप्रश्नीय सूत्र वृत्ति व्यवहार सूत्र-तृतीय उद्देश पर्यंत वृत्ति
१७९६५
१८३८३
१८११६
१५४३१
१५८००
१५६८३
૧૮૮૬૮
१६२९४/१
१५३२४
१८४२४
१६३९० १७५१४/१
१८७०४
भावदेवसूरि भावदेवसूरि भावदेवसूरि भावदेवसूरि भावदेवसूरि भावदेवसूरि भावदेवसूरि शिष्य भावप्रभसूरि भावप्रभसूरि भावप्रमोद खरतर भावरत्न भावरत्नसूरि भावरत्नसूरि भावरत्नसूरि भावविजय भावविजय भावविजय भावविजय भावसागरसूरि भावहर्ष-खरतर भाससर्वज्ञ (भासर्वज्ञ) भीको मुनि भीन भीम-भीमजी
१५४७८/५
महरि
१८६३४ १७४२६
१५५७६ १५५५५/२
१६१०१
१५४९०
१६१२७
१५५५४/२
१७२११
१७६६६
१७२१३
१८९७०
१७२४५
मल. हेमचंद्रसूरि मलयगिरि मलयगिरि मलयगिरि मलयगिरि मलयगिरि मलयगिरि मलयगिरि मलयगिरि मलयगिरि मलयगिरि मलयगिरि
१६६८२
१७२४६
१८१९५
१७२५२
१६६५२
१७२५३
१८५९८
१७२५५
१७२९०
१५२६० १५३९६
१७३२०
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