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जिनप्रभसूरि
जनप्रभरि
जिन्प्रभसूरि
जिनप्रभसूर
जिनप्रभसूरि
जनप्रि
जनप्रभसूर
जिनप्रभसूरि
जिननभरि
जिनराज
जिनराज
जिनराज
जिनराजसूरि
जिनराजरि
जिनलाभ
जिनममूरि
जनप्रभसूर
जिनभक्तिसूरि
जिनभद्रगणि
जिनभद्रगणि
जिनभद्रगणि
१७७८३
जिनभद्रगणि क्षमाश्रवण १७६१६ जिनभद्रगणि क्षमाश्रमण १६१२७
जिनभद्रगणि क्षमाश्रमण १७३३५
जिनभद्रगणि क्षमाश्रमण १६२९३ / २ जिनरत्नसूरि-शिष्य (?)
१५४९२
१६४२०/३
१७२०२/१
१८३०३/१५
१८१७८
१६६१५
१८५४७/९
१८५४७/१५
जिनलाभसूरि खरतर
जिलाभी
जिनवल्लभ
जिनवल्लभ रचरतर
जिनवल्लभगणि
जिनवल्लभगणि
जिनवल्लभगणि
जिनवल्लभगणि
जिनवल्लभसूरि
जिनवल्लभसूरि
जिनवल्लभरि
जिनवल्लभमूरि
जिनवल्लभसूरि
जिनविजय
१५९०२/३
१६०२८
१६२०३
१६४७३/१
१६४७३/२
१६४७३/३
१६४७४/३
Jain Education International
१७५३१
१७६६०
१७७००/१
१७७००/२
१५९४०/१२
१७७२२
१७७७८
१७३१२
१५२०९
१७५२९
१७४८२
१५८७१
१६१३१/१
१७८२१
१५९९०
१६४५८
१७६६७
१८६२४
१८८०५/८
१५५०५/१
परमसुखद्वात्रिंशिका
सोमत कुट्टन
तीर्थकल्प (खरतरगच्छीय)
पंचवर्गपरिहार स्तोत्र
पंचवर्गपरिहार स्तोत्र
पंचवर्गपरिहार स्तोत्र
षट्गुप्तक्रिया कर्मकृतकानि - अवचूरि
अजित शांति स्तवन- बोधदीपिका वृत्ति
उवसग्गहर स्तोत्र - अवचूरि
पिंडालोयण प्रकरण आदि
आलोयण
जयस्तवन शत्रुंजयस्तवन
क्षेत्रसमास प्रकरण
क्षेत्रसमास प्रकरण
लघु क्षेत्रसमास प्रकरण
संग्रहणी प्रकरण-वृत्ति
क्षेत्रसमास (त्रिपाठ)
विशेषावश्यक सूत्र
विशेषण वती
रूरिया वहीभास
जिन स्तवन चोवीसी
ऋषभदेव स्तवन
नंदिषेण मुनि सज्झाय
धना शालिभद्र चरित्र रास
शालिभद्ररास
नवपद स्तुति
नवपद थोय
आत्मप्रबोध
प्रशस्ति ग्रंथ
दुरिय रय समीर स्तोत्र
पिंड विशुद्धि प्रकरण
पिंड विशुद्धि प्रकरण
पिंडविशुद्धिप्रकरण
विद्धिप्रकरण
संघपट्टक
अजितशांति (स्तवन) (पूर्ण)
संघ पट्टक
महावीर चरित्र (दुरियरपो
पिंडविशुद्धि प्रकरण संपूर्ण वरदत्त गुणमंजरी कथा (पद्य)
For Private
लालभाई दलपतभाई भारतीय संस्कृति विद्यामन्दिर
जिनविजय
जिनविजय
जिनविजय
जिनविजय
जिनविजय
जिनविजय
जिनविजय
जिनविजय
जिनविजय
जिनविजय
जिनविजय
जिनविजय
जिनविजय
जिनविजयगणि
जिनविजयगणि
जिनविजय
जिनसागर सूरि-खरतर
जिनसुंदर
जिनसुंदर
a418ersonal Use Only
१५६४५/१
१५६४५/२
१५७३३
१५८०१
१६४९८
१६९२१
१६९६९
१६९९३
१७६८६
१७८४९/१
१८२२२
१८४०४
१८६९७
१५४०१
१५८०९
१५९४०/१५
१८२७३
१७४४८
१७४४९
१७५५८
१७५५९
जिनसुंदर सूरि
जिनसुंदर सूरि
जनसुंदर सूरि
जिनसुंदर सूरि
जनसुंदर सूरि तथा
जिनसुंदर सूरि तया
जिन सुंदरसरि
जिनसुंदररि
१५३४५
जिनसुंदरसूरि
१६१२०
जिनसूर
१७४४२
जिनसूर- विशालराज शि. १७३८८
जिनसूरि
१७२८१
जिनहर्ष
१५४८०
जिनहर्ष
१५५७७
जिनद
१५५८४
जिनहर्ष
१५७८५
जिनह
१५९२३
जिनह
१६३६६/१
जिनह
१६४१२/२
जिनह
१६४४८
जिन
१६५००
१७५६०
१८०५७
१७४१५
१८००७
१७९९८
वीर जनस्तवन
मौनएकादशीस्तवन
सिद्धगिरिस्तवन
एकादशीन
मौन एकादशी स्तवन
ज्ञानपंचमी स्तवन
पंचमी स्तवन
वीरजिन स्तवन (पंचमी तप विषये)
वाक्यप्रकाश औक्तिक- वृत्ति
इन्द्रिय पराजय शतक
ज्योतिषसार संग्रह (चतुर्थाध्याय पर्यंत)
धन्ना शालिभद्र चरित्र - रास
वीरजिन स्तवन- सौभाग्य पंचमीतप गर्भित
कपूरविजयगणिनो रास
वीसविहरमानस्तवन
सिद्धाचलस्तवन
बीस विहरमान जिन बीसी- स्तवन
दीपालिका कल्प
दिवाणी कल्प
दीपोत्सवी कल्प
दीपोत्सवी कल्प
दीपोत्सवी कल्प
दिपालिका कल्प
दीपालिका कल्प
दीपालिका कल्प
दीपोत्सवी कल्प
आदिजिन स्तवन
दिवाली कल्प ह. प्र. ४५९ (सचित्र)
रूपसेन नृप कथा गद्य
रूपसेन चरित्र
रूपसेन कथा
पार्श्वनाथ घग्घर निसांणी
अतिमा दलीय (साय
श्राद्धधर्मात्मशिक्षा हितकरणी सज्झाय
ऋषभजिन विनति
वर्द्धमानजिनस्तवन
सुगुरु पचीसी
विमलाचल स्तवन
आदिजिन विनति
जय विनति
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