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लालभाई दलपतभाई भारतीय संस्कृति विद्यामन्दिर पत्र भाषा विषय ग्रंथकार
प्रमाण
क्रम रजी. क्रमांक ग्रंथनाम
रूपविजय
ढा.९
उपदेश उपदेश
कुलक
गा.१०
कांतिविजय
गा. ८+१६
गु. स्तुति २ जु गु. .
विधि २ जु गु. | विधि
w4SM04. moc
गा. १२
गा.७
| पद्मविजय खीमाविजय
विधि
२३६/१८५३७ अष्टप्रवचनमाता सज्झाय २३७ १८५६६ अष्टप्रवचनमाता सज्झाय २३८ १७५१०/२ | अष्टभंगी कुलक
स्तबक २३९/१५६२२ अष्टमी (तपमाहात्म्ये)स्तवन २४० १८५६७/४ |अष्टमी चैत्यवंदन २४१ १८५६७/५ | अष्टमी चैत्यवंदन २४२ १८५६७/६ | अष्टमी चैत्यवंदन २४३ १७०२३ अष्टमी तप स्तवन २४४|१८३०३/३९ | अष्टमी स्तवन २४५ १८५४०/५ | अष्टमी स्तवन २४६ १६५०८/२ अष्टमी स्तवन (मोटुं) २४७/१८३०३/६४ अष्टमी स्तुति २४८|१६६०४/१ अष्टमीजिनकल्याणक स्तवन २४९ १५५०४ | अष्टमीस्तवन २५० १६२४७ अष्टस्वरविवरण २५१/१५५९६ अष्टादशपापस्थानक सज्झाय
गा.१४
गीत
गीत
गा. २३
५१-५३ गु. १३-१४ गु.
गीत
गा. १६
स्तुति
बुद्धिलावण्य कांति (विजय) कांतिविजय कांतिविजय ज्ञानविमल दीपविजय कांतिविजय
ढाल - २
गीत
गा.४
स्तुति
गा. १७
स्तुति
गा.८+१५
| व्याकरण उपदेश शिल्प
ढाल-१८
| वा. जसविजय विश्वकर्मा
२५२ १६७९७/२
अष्टापद प्रमाण
१९
| अष्टापद स्तवन
गा. २२
२५४|१५३०३
अष्टापद स्तवन
स्तुति
गा. २३
भाणविजय भाणविजय
अष्टापद स्तवन
स्तुति
अष्टापदस्तवन
स्तुति
गा. २३ कडी १२ कडी-१ गा. ३, ६,३
१०-१२ गु.
स्तुति
समरु
स्तुति
२५५ १५३९८ २५६ १५७९८ २५७ १५६६२/१ ર૧૮૬૩૮૪/૨ २५९ १८९३८ २६० १८९४२ २६१ १८९९५ २६२ १८९९७ २६३ १८१९०/७
अष्टापदस्तवन (संपूर्ण) | अष्टापदादि चैत्य वंदन (३) अष्टोत्तरी स्नात्र विधि अष्टोत्तरी स्नात्र विधि अष्टोत्तरी स्नात्र विधि | अष्टोत्तरीस्नात्र विधि असज्झाय विचार
| विधिविधान गु. विधिविधान
विधिविधान ८ मिश्र विधिविधान ९-१० गु. आचार हीर
गा. १५
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