________________
लालभाई दलपतभाई भारतीय संस्कृति विद्यामन्दिर भाषा विषय ग्रंथकार
प्रमाण १ लुं सं.
गा.४ सं. स्तुति
गा.४ स्तोत्र | उपा. विनयविजय.
गा. २३
| स्तुति
क्रम रजी. क्रमांक ग्रंथनाम ३७५८/१५५३९/१ | वीरजिन स्तुति (स्नातस्या) ३७५९ १५५४०/३ | वीरजिन स्तुति (स्नातस्या.) ३७६० १५९६९ वीरजिन स्तोत्र (नयगर्भित)
स्तबक
गा. ३७
३७६१ १५६२४ ३७६२ १५२९६
वीरजिननिसाणी बंभणवाडमंडन वीरजिनस्तवन
स्तुति स्तुति
हर्षमाणिक्यमुनि वीरविजयजी
ग.
गा. ६६
स्तबक
गु.
स्तवन
कडी
गा. २२
३७६३/१५५२३/३ | वीरजिनस्तवन ३७६४|१५६४५/१ | वीरजिनस्तवन ३७६५/१५६८३ वीरजिनस्तवन
१५७८१/४ वीरजिनस्तवन ३७६७/१५६१३ वीरजिनस्तवन (चोवीस दंडक गर्मित) ३७६८/१५७६१ वीरजिनस्तवन (ज्ञानादिनय युक्त) ३७६९ १६१५९ वीरजिनस्तवन (संयमश्रेणि गर्भित)
स्तुति | स्तुति स्तुति स्तुति स्तुति
रामविजय | जिनविजय भावप्रभसूरि ज्ञानविमलसूरि पद्मविजय विजयलक्ष्मीसूरि उत्तमविजय
गा. २१
स्तुति
समरचंद्रसूरि (पार्श्वचंद्रशि.) | गा. ३४ कमल विजय वाचक कडी - ५
सज्झाय
स्तुति
दीपविजय
गीत
गा.२०
गीत
२१८
देवचंद्र दीपविजय
गीत
गा. १७
स्तबक ३७७० १५७४०/२ | वीरजिनस्तुति ३७७१/१६०८८ वीरजिनस्वाध्याय (स्तवन) १६७७३/२२ वीरजिनेश्वर साधु सज्झाय ३७७३ १६५१५/२ वीरना पारणानी दसमी गाथानो अर्थ ३७७४ १५४८८ | वीरना पंचकल्याणक वधावो ३७७५/१५६५१ वीरनां पांच वधामणां ३७७६ १८२५४ वीरनिर्वाणगीत ३७७७/१६५१५/१ | वीरनुं झुलj-पारणुं-स्तवन ३७७८/१५३२३/७ वीरवीर्य ३७७९/१५७६८ वीरस्तवन ३७८०/१५८०२ वीरस्तवन ३७८१/१६५५४/१ | वीरस्तवन રૂ૭૮૨૪૬૬૬૨ वीरहुंडी स्तवन (महावीर जिनस्तवन) ३७८३/१६५३०/४ | वीराष्टमी स्तुति ३७८४|१८९०२ वीश स्थानक पूजा ३७८५/१८२६७ | वीस विहरमान जिन पूजा રૂ૦૮૬૩૮૨૭૩ | वीस विहरमान जिन वीसी-स्तवन
छंद
छाद -१
ढाल-१२
गा. १५३
स्तुति विनयदेवसूरि स्तुति विनयदेवसूरि स्तुति | कल्याण (?)
वाचक जसविजय गु. स्तुति नयविमल
| विधिविधान विजय लक्ष्मीसूरि विधि स्तुति जिनसागर सूरि-खरतर
गा.४
ढा. २१
308 For Private & Personal Use Only
Jain Education International
www.jainelibrary.org