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लालभाई दलपतभाई भारतीय संस्कृति विद्यामन्दिर पत्र भाषा विषय __ ग्रंथकार
प्रमाण
१३/ प्रा.
आचार
गा.१०८
सं.
स्तोत्र
गा.८
A.
स्तोत्र
गा.८
तत्त्वज्ञान
कडी- ५८
१-३ गु. ३-४ गु.
स्तुति स्तुति आवश्यक
विनयविजय भक्तिविजय विजयलक्ष्मीसूरि कांतिविजय
गा७
आचार
ढाल-५
आचार
कथा
२८ सं.गु. १ लुं गु.
गा.९
विधि विधि
गा.९
क्रम रजी. क्रमांक ग्रंथनाम २८०३ १७६९८ | पंचनिन्थी प्रकरण
| अवचूरि २८०४|१५८६५ पंचपरमेष्ठि आत्मरक्षाकर स्तोत्र २८०५ १६३७७/२ पंचपरमेष्ठि स्तोत्र २८०६/१६८९३/१ पंचपरमेष्ठिना १०८ युग २८०७ | १६४२०/१ |पंचबोल नयवादगर्भित महावीरस्तवन २८०८/१५५४०/५ | पंचमगणधरभास २८०९ १६५४७/६ | पंचमपदसाधुनी सज्झाय २८१० १६६८० पंचमहाव्रत सज्झाय २८११ १५७६६ पंचमहाव्रत स्वरूप २८१२/१८५४४ पंचमहाव्रतोपरि कथाओ २८१३ १८५६७/२ | पंचमी चैत्यवंदन २८१४ | १८५६७/३ | पंचमी चैत्यवंदन
|पंचमी तप स्तवन २८१६ १६९७५/२ |पंचमी तप स्तवन
|पंचमी नमस्कार २८१८/१५१९२ पंचमी पर्युषणा स्थापना चोपाई २८१९/१६७७३/१ |पंचमी सज्झाय २८२०/१६९६९ | पंचमी स्तवन
। २८२१ १६९९४/१ पंचमी स्तवन २८२२/१७०२४/१२ | पंचमी स्तुति २८२३/१७७४९/२ |पंचमी स्तुति २८२४|१८३००/७ पंचमी स्तुति २८२५/१६३९२/३ पंचमीनी सज्झाय २८२६/१५६३३ पंचमीपर्युषणापर्वस्थापना चोपाई २८२७/१६४७३/१ |पंचवर्गपरिहार स्तोत्र २८२८ १६४७३/२ | पंचवर्गपरिहार स्तोत्र २८२९/१६४७३/३ | पंचवर्गपरिहार स्तोत्र २८३० १६४७३/४ पंचवर्गपरिहार स्तोत्र २८३१/१७८१९/२ पंचवीस पडिलेहण
स्तबक २८३२|१६६१३ | पंचसंधिप्रक्रिया (सारस्वत)
गु. स्तुति ३-६ गु. स्तुति गु. स्तुति
चर्चा सज्झाय
रंगविजय खीमाविजय वाचकसमयसुंदर खुशाल मुनि - पार्श्व. खीमाविजय | विनयदेवसूरि | विजयलक्ष्मीसूरि | जिनविजय
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गा.९
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गा. १०६
ढाल-५
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स्तुति
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दयानंद
गा. ५
६० मुं|
गा. ५३
स्तुति
स्तुति गु. स्तुति
स्तुति
२४-२५
गा.४
.لكي
गा.६
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गा.१०६
ص
स्तुति
गा.२६,१३,१४,११
_५ मुं
गजसार मुनि ऋषभदास
विनयविजय इतिहास विनयदेवसूरि
जिनप्रभसूरि सं. स्तुति जिनप्रभसूरि
स्तुति जिनप्रभसूरि
स्तुति जयशेखरसूरि १० मुं प्रा. आवश्यक
उत्तम ऋषि १०सं. व्याकरण | अनुभूतिस्वरूपाचार्य
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गा.२६,१३,१४,११
م
गा.२६,१३,१४,११
م
गा.२६,१३,१४,११/
गा.२
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