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लालभाई दलपतभाई भारतीय संस्कृति विद्यामन्दिर पत्र भाषा विषय ग्रंथकार
प्रमाण २ जु गु. स्तुति | उदयरत्न
गा.८ १ लुं गु. स्तुति | उदयरत्न
गा.८ गु. स्तुति उपा.यशोविजय गु. स्तुति | गंगाराम
गा.७ गु. स्तुति | पं. लक्ष्मीकल्लोल
गा. २८ ३ जु गु. स्तवन
कडी १७ स्तुति पद्मप्रभदेव स्तुति उदयकीर्तिसूरि
गा. ५८ स्तुति हेमविजय
कडी ४९
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स्तुति
ब्रह्म
गा. ३५
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कडी ७
स्तवन स्तोत्र
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गा. १६
धर्मसूरि कविबिल्हण
स्तोत्र
काव्य - ९
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| स्तुति
कडी ७
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गा. १७५
क्रम रजी. क्रमांक ग्रंथनाम २५४९ १६३८९/३ पार्श्वनाथजिन स्तवन २५५० | १६३९७/३ पार्श्वनाथजिन स्तवन २५५१ १५५०६/१ पार्श्वनाथस्तवन २५५२|१५५७५/३ पार्श्वनाथस्तवन २५५३ १५६६३/१ पार्श्वनाथस्तवन २५५४|१५८१५/९ पार्श्वनाथस्तवन २५५५ १५९३७/३ पार्श्वनाथस्तवन २५५६/१५७९५ पार्श्वनाथस्तवन (पंथी वाडा मंडन) | २५५७/१५६६६ पार्श्वनाथस्तवन (मगसी मंडन)
| १५६६० पार्श्वनाथस्तवन (सेरिसा मंडन) २५५९ १५८१५/७ पार्श्वनाथस्तवन (सोहला मंडन) २५६० १५८३८ पार्श्वनाथस्तोत्र २५६१ १६४०५
| पार्श्वनाथस्तोत्रार्थ सह | १५८१६/१ पार्श्वस्तवन (फलवधि मंडन)
१६०५५ पाशा केवली २५६४/१६३७२ पासा केवली २५६५ १८४८४ | पासा केवली भाषा २५६६/१८०७५ पासाकेवली २५६७ | १८१९८/४ पांच कर्म प्रकृति स्वाध्याय २५६८ १७६७५/२ | पांच तीर्थी थोय २५६९ १५४८६ । पांच पांडव सज्झाय
१५०५७/३ |पांच स्वप्न २५७१ | १६९८१ पांचकारण गर्भित वीरजन स्तवन २५७२ १६७६८/९ | | पांचकारण स्तवन २५७३ | १७०२५ पांचचित्रो ऋषभ, पद्मप्रभ, नेमनाथ,
महावीर २५७४|१५७१६ | पांचबोल
बालावबोध २५७५/१६३९६/१ | पांचमा आरानी सज्झाय २५७६ १६८०२/२८ | पांचमा आरानी सज्झाय २५७७/१६५४७/२ | पांचमा आरानी सज्झाय (ढाल-३) ।
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ब्रह्म ज्योतिष शकुनशास्त्र शकुन
ज्योतिष गर्गर्षि १४ मुंगु. कर्म | मणिविजय ७-८ गु.सं. स्तुति
कवियण
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१६७
गा.१२
| उपदेश
|स्तुति
|विनयविजय उपा.
९-१२ ग.
गीत
विनयविजय
ढाल -६
१४ प्रा.सं. चर्चा
शुभविजय
|जिनहंस
गा. २१
१-२ गु. उपदेश २४ मुंगु. गीत
गीत
गा. १२
देवचंद्र
गा. २१
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