________________
क्रम रजी. क्रमांक ग्रंथनाम २३९३ १६०७० पद्मावती ह.प्र.
लालभाई दलपतभाई भारतीय संस्कृति विद्यामन्दिर पत्र भाषा विषय ग्रंथकार
प्रमाण ४सं. स्तोत्र
له
हर्षसागर
गा.११
کی
| स्तुति स्तोत्र स्तुति इतिहास
जयसौभाग्य
गा. २४
به ما
कडी ४
ढाल-३
जस देवचंद्र | जिनप्रभसूरि आणंदवर्धनसूरि
स्तोत्र
गा. ३२
| स्तुति | उपदेश | उपदेश
२३९४ १६३८१ पद्मावतीजीनो छंद २३९५/१५९३३/३ | पद्मावतीस्तोत्र २३९६/१६३८८ | पन्नवणासूत्रपदछत्रीसनामगर्मितसज्झाय २३९७/१५२२७/४ परकाय प्रवेश प्रबंध
सं. २३९८ १५५११/७ | परभाव त्याग सज्झाय
४ थुगु. २३९९ १७६५६/४ | परभंजना सतीनी सज्झाय - ३३ मुंगु. २४०० १५९०२/३ | परमसुखद्वात्रिंशिका २४०१ १६१४९/३ परमात्म स्वरुप अरिहंत स्तवन २४०२ १६४०८ परमानंद पचीसी २४०३| १६८६५/१ परमानंद पचीसी
स्तबक २४०४|१६९०८/२ परमानंद पचीसी स्तोत्र २४०५/१७७३४ परमानंद स्तोत्र
स्तबक २४०६/१५३५७ परमेश्वर प्राघुर्णक स्तवन २४०७/१६७५१ परमेष्ठि नमस्कार अर्थ २४०८, १६६०२/२ परमेष्ठी स्तोत्र २४०९१६०३७ परिभाषा-वृत्ति (सिद्धहेम बृहद्-वृत्ति)| २४१० १८८०२ परिशिष्ट टिप्पनक (ताड.७६) २४११/१७३९८ परिशिष्ट पर्व
सं.
१८-१९
स्तोत्र
परमानंद
स्तोत्र
स्तुति
कडी-५८
| स्तुति
गा.८
| स्तोत्र व्याकरण | हेमचंद्रसूरि न्याय वामध्वज चरित्र हेमचंद्रसूरि
स्तबक
२४१२ १७४१९
परिशिष्ट पर्व
१२३/ सं.
चरित्र
हेमचंद्रसूरि
३५००
चरित्र आवश्यक
हेमचंद्रसूरि सोमसूरि
गा.७०
२४१३/१७९४१ परिशिष्ट पर्व २४१४ १६९१० पर्यन्ताराधना प्रकरण
स्तबक २४१५/१६५०४ पर्युषण नव व्याख्याननी सज्झाय २४१६ १८३००/१९ | पर्युषण पर्व स्तुति २४१७/१६३३४ पर्युषण पर्व स्तुति आदि २४१८ १८३०३/४२ | पर्युषण स्तुति
गीत
स्वा .९
माणिक्यविजय खीमाविजय
३३-३४
| स्तुति
गा.४
WU
आचार
५४ मुंगु.
गीत
शांतिकुशल
Jain Education International
2010 For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org