________________
क्रम रजी. क्रमांक ग्रंथनाम
१५७५/१६९८२ | जिनस्तवन चोवीसी ૨૬૭૬૧૮૨૮૬ जिनस्तवन चोवीसी १५७७/१५३९९ जिनस्तवन चोवीसी (गरबानी) १५७८/१६४०३/२ | जिनस्तवन चोवीसी (पूर्ण) १५७९ १६४०४ | जिनस्तवन चोवीसी (पूर्ण) १५८० १६४३८ जिनस्तवन चोवीसी (सचित्र)
लालभाई दलपतभाई भारतीय संस्कृति विद्यामन्दिर पत्र भाषा विषय ग्रंथकार
प्रमाण स्तुति | रामविजय
रामविजय-सुमति वि.शि.] रामविजय
जसविजय स्तुति
अमृतविजय गु. स्तुति आनंदघनजी
स्तुति स्तुति स्तुति
स्तबक
गु.
स्तवन
१५८१ | १८१८८ जिनस्तवन चोवीसी/चोवीस जिनस्तवन १५८२/१५५०९ | जिनस्तवनचोवीसी १५८३ १५९३०/२ |जिनस्तुति १५८४|१६०१२/१ जिनस्तुति
ज्ञानविमलसूरि आनंदघन रामविजय | देवचंद्र | सोमप्रभसूरि
स्तुति स्तोत्र स्तोत्र
३ जूं सं.
गा. ११
गा. २६
वृत्ति
गु.
स्तुति
तर
सकलमुनि
१५८५/१५६६५/१ | जिनस्तुति (तारंगा मंडन) १५८६/१७४५६ जीतकल्प
गा. ३ गा. १०५
आगम
हरनारायण बोडा
१२१५
| आगम
११३७
गीत
वीरविजय
कडी-८
4.Alcov.
स्तुति
३० मुं| गु.
स्तुति
.
| स्तुति
बालावबोध १५८७ १७१२६ जीतकल्प चूर्णि १५८८ १६७७३/६ जीरण शेठनी ढाल १५८९/१५७६०/१ |जीराउला पार्श्वनाथस्तवन १५९०/१६१५१/२६ जीराउलापार्श्वनाथ विनति १५९१ १६१५१/२९ जीराउलापार्श्वनाथ विनति १५९२ १६१२८/२ | | जीराउली पार्श्वनाथस्तवमावचूरि १५९३/१५५२८/१ जीरापल्लिपार्श्वनाथ फागु १५९४|१८२८३ जीरिकापल्लि पार्श्वस्तुति टीका १५९५ १५९०८/४ | जीरिकापल्ली श्रीपार्श्वनाथस्तवन १५९६/१७८१८ जीव अजीव भेद विचार १५९७ १८४४४/१ जीव अजीवना ५६३ भेद
१७
स्तुति
स्तुति
स्तुति
मेरुनंदनगणि महेन्द्रप्रभसूरि मू. महेन्द्रप्रभसूरि
6
२१
स्तोत्र
4
| तत्त्वज्ञान
तत्त्वज्ञान
Jain Education International
132 For Private Personal Use Only
www.jainelibrary.org