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लालभाई दलपतभाई भारतीय संस्कृति विद्यामन्दिर पत्र भाषा विषय ग्रंथकार
प्रमाण
क्रम रजी. क्रमांक ग्रंथनाम
ool.
खीमो
गा.७
M
गा. ६७ गा. १७ गा. २४ गा. २१
-
गा.१०
गा. २४ गा. २४
२४
१५४५/१५७२१/२ | जिनचैत्यपरिपाटी नमस्कार १५४६/१६४८४ जिनपालित जिनरक्षित भास १५४७ १५५८६ | जिनपालित जिनरक्षित सज्झाय १५४८ १५६२७
जिनपालितजिनरक्षित न्याय भास १५४९ १५४६८ जिनप्रतिमा कुलक १५५० १५७३५ | जिनप्रतिमा पूजा अधिकार १५५१ १५६८५/३ | जिनप्रतिमास्तवन १५५२ १६३७७/१ | जिनपंजर स्तोत्र १५५३ १६६०२/१ | जिनपंजर स्तोत्र १५५४ १८९५९/१ | जिनपंजर स्तोत्र १५५५ १८९०५ जिनबिंब प्रतिष्ठाविधि १५५६ १८९९२ | जिनबिंब प्रतिष्ठाविधि १५५७ १६४५५ जिनवचनना चोत्रीस अतिशयना बोल १५५८/१५८८४/१६ |जिनवज्ञन वराजित आदि काव्य १५५९ १८२७७/५ | जिनवाणी १५६० १५८२१/१ जिनवंदन कुलक १५६१ १७६९० | जिनशतक
पंजिका वृत्ति १५६२ १७६९१ जिनशतक
पंजिका वृत्ति १५६३ १५९५९/१ जिनशतक (परि. ४) १५६४ १५९६० जिनशतक (परि. ४) १५६५/१५९६१ जिनशतक (परि. ४) १५६६ १५९५८ |जिनशतक काव्य १५६७/१५९६२/२ जिनशतक काव्य १५६८/१७६७४ | जिनसहस्र नाम स्तोत्र १५६९/१५६१६ जिनसहस्रनामस्तवन १५७० १५३०९ | जिनस्तवन चोवीसी
जिनस्तवन चोवीसी १५७२ १५५१६ जिनस्तवन चोवीसी १५७३ १६३७५ जिनस्तवन चोवीसी १५७४|१६९७२ | जिनस्तवन चोवीसी
गु. स्तुति गु. चरित्र पाठक समरचंद्र गु. उपदेश | आणंदप्रमोद गु. उपदेश | मेघराजमुनि
उपदेश |विजयदेवसूरि
आचार | मानविजय ३-४|गु. स्तुति जसविजय
स्तोत्र कमलप्रभसूरि स्तोत्र कमलप्रभसूरि
स्तोत्र कमलप्रभसूरि सं. विधिविधान
विधिविधान
आचार १६-१७
स्तुति हरिभद्रसूरि | उपदेश | उपदेश स्तोत्र
| जंबूकवि
शांब मुनि सं. स्तोत्र
जंबूकवि
शांब मुनि स्तुति सं. स्तुति जंबूमुनि
जंबूमुनि
गा. १२५
सं. स्तुति
गा. १००
३-७|सं.
गा.८
स्तुति स्तोत्र स्तुति
-
सिद्धसेनदिवाकर
न्यानसागर
ढाल-२४
स्तुति | स्तुति
ब्रह्म
गा. ५२
०
स्तुति
देवचंद्र
०
स्तुति
उदयरत्न यशोविजय उपा.
१० गु.
स्तुति
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