________________
लालभाई दलपतभाई भारतीय संस्कृति विद्यामन्दिर भाषा विषय ग्रंथकार सं. सुभाषित सोमप्रभसूरि
श्लोक-१८
प्रमाण
अवधूार
क्रम रजी. क्रमांक ग्रंथनाम ५४९२, १३९०३ सिंदूर प्रकर (सुक्तिमुक्तावली)
अवचूरि ५४९३ | १२८३५/२ | सिंदूर प्रकर-सुक्तिमुक्तावलीभाषा ५४९४ १३२८५ सिंदूर प्रकर-स्तबक ५४९५ | १३२८६ सिंदूर प्रकर-स्तबक ५४९६ १११६७ |सिंदूरप्रकर
७-१८
गा. १०४ पद्य १०९
हिं. सुभाषित बनारसीदास गु. सुभाषित सोमप्रभाचार्य
सुभाषित सोमप्रभाचार्य सुभाषित
पद्य - ९९
वृत्ति
पद्य-९२
पद्य-१०४
गा.१४
गा. १३ गा. ६१
१२२४ १२२४
११२६८ सिंदूरप्रकर
सं. सुभाषित हरि वृत्ति | ५४९८ ११८६८ सिंदूरप्रकर
सं. सुभाषित सोमप्रभाचार्य स्तबक ५४९९ | १४८९७ सिंदूरप्रकर
सुभाषित सोमप्रभसूरि ५५०० | ११८१३/७ सिंदूर प्रकर
१२-१७ सं. सुभाषित सोमप्रभसूरि ५५०१ | १२८३५/१६ सिंधु चतुर्दशी
५२-५३ हिं. उपदेश बनारसीदास ५५०२ | १२७३८/३ सिंहकेसरीयामुनिनी सज्झाय
गीत कुशलमुनि ५५०३ | ११५११ सिंहासनद्वात्रिंशिका
कथा | सिद्धसूरि १२१७१ सिंहासनद्वात्रिंशिका
सं. ऐतिहासिक ५५०५ | १२१७१ सिंहासनद्वात्रिंशिका
ऐतिहासिक ५५०६ | ११५१२ सिंहासनबत्रीसी
| सिद्धसूरि ५५०७ | १३३७७/६ सीता सज्झाय
गीत ज्ञानविमलसूरि | १४०८४/१३ सीता सज्झाय
गीत जिनसाधु ५५०९ १४१६०/२ सीता सज्झाय
उदयरत्न ५५१० | १२३८०/७ सीमंध स्तवन
ग. स्तुति वाचक जसविजय | १३३७७/३६ सीमंधर गणधर सज्झाय
१७-१८ गु. स्तुति ज्ञानविमल ५१२ | १४००४/५ सीमंधर चैत्यवंदन
३ जु गु. स्तुति | १३२७७ सीमंधर जिन विज्ञप्ति
गु. स्तुति जसविजय स्तबक
पद्मविजय | १३८३८/४ सीमंधर जिन स्तवन
गु. स्तुति ५५१५ | १४०८४/१ सीमंधर जिन स्तवन
गु. स्तुति लालचंद ५५१६ | १३३७७/४१ सीमंधर जिनना ३२ केवलीनी सज्झाय | १९ मुं गु.गीत ज्ञानविमल ५५१७ | ११११९/१ सीमंधर जिनस्तवन
गु. स्तुति उपा. यशोविजयजी स्तबक
उपा. यशोविजयजी ५५१८ | १२३८०/८ सीमंधर स्तवन
पं. जिनविजय १२५८९/४ सीमंधर स्तवन
६-८गु. स्तुति सकलचंद्र ५५२० १२८११/१ सीमंधर स्तवन
२ जंगु. स्तुति राजकवियण
गा.८
गा.२ गा. ३५३
.
गा.९
A.
गा.७
गा.११
गा. १२५
१३-१४|गु.
गा.९ गा. ३२ गा.७
Jain Education International
For Private460
www.jainelibrary.org