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लालभाई दलपतभाई भारतीय संस्कृति विद्यामन्दिर पत्र भाषा विषय ग्रंथकार
प्रमाण ५-६ हिं. गीत जेठ
कडी-३ १२३ गु. स्तुति(चर्चा)| वा. जसविजय
३३६४
४३६४
ग्रं.७५
स्तुति
ढाल - ५
स्तुति
गा. ९ गा. २२
क्रम रजी. क्रमांक ग्रंथनाम ५३३७ | १३४८२/२१ वीरजिन वचन पद ५३३८ १३६५६ वीरजिन विचार स्तवन (हुंडीनु)
स्तबक ५३३९ | १३६५७ वीरजिन विचार स्तवन-स्तबक ५३४० १३७०० वीरजिन सत्तावीस भव स्तवन ५३४१ १३७०६ वीरजिन सत्तावीस भव स्तवन
| १२३६२/१८ वीरजिन स्तवन ५३४३ १२५८९/१२ वीरजिन स्तवन ५३४४ | १२७९९/१ वीरजिन स्तवन ५३४५ १२७९९/२ वीरजिन स्तवन ५३४६ १२८२९/६१ वीरजिन स्तवन ५३४७ १२८२९/६३ वीरजिन स्तवन ५३४८
| १२८२९/८५ वीरजिन स्तवन ५३४९ | १२८३१/१५ वीरजिन स्तवन ५३५० | १२८३१/६ वीरजिन स्तवन ५३५१ | १२८३१/७ वीरजिन स्तवन ५३५२ | १३२२८ वीरजिन स्तवन ५३५३| १३५४०/३२ | वीरजिन स्तवन
गा. ५
गा.७
९२ मुं
2.
गीत
गा.५
स्तुति(चर्चा) वा. जसविजय
वीरविजय वीरविजय
देवचंद्र १४-१५ गु. स्तुति सकलचंद्र
२ जुं गु. स्तुति उदयरत्न . २ जुं गु. स्तुति खिमाविजय ९०-९१ हिं. स्तुति जिनचंद
गीत हरखचंद ११७ मुं हिं.
उदयकमल ५२-५३ हिं. स्तुति हरखचंद
४२ मुं हिं. स्तुति क्षमाकल्याण ४३ मुं हिं. स्तुति | क्षमाकल्याण गु. स्तुति
उपा. यशोविजय हिं. स्तुति १०-११ स्तुति लालविजय
| विजयलक्ष्मीसूरि | विजयलक्ष्मीसूरि
विजयलक्ष्मीसूरि स्तुति
| पद्मविजय
आनंदघन स्तुति १-२ सं. स्तोत्र मुनि रत्नसिंह २१ मुं सं. स्तुति २१-२२ गु. स्तुति
नेमविजय १९ मुंगु. स्तुतिनयविजय
४ प्रा.सं. स्तुति
ढाल-८,ग्रं.२१०
4.
गा.३
५३५४ | १३८०७/१५
वीरजिन स्तवन
गा.४
स्तुति
ढाल-८
ढाल-८
ढाल -८
ढाल-८
स्तुति
. .
गा.४
गा.८
१३८२५ वीरजिन स्तवन ५३५६ | १३८२८ वीरजिन स्तवन
१३७११ वीरजिन स्तवन (ज्ञानादिनयमत विवरण) ५३५८ १३७४४/१ वीरजिन स्तवन(षट्पर्वाराधने)
१३२५४/२ वीरजिन स्तवन-स्तबक ५३६० १३७१६/९ वीरजिन स्तुति ५३६१ | १३९८८/३ वीरजिन स्तुति
१४१२/१५ वीरजिन स्तुति ५३६३ १४१२८/१९ वीरजिन स्तुति ५३६४ १४१२८/६ वीरजिन स्तुति ५३६५ | १३९६२
वीरजिन स्तुतिओ आदि
स्तबक | ५३६६ | ११२४१/१५ वीरजिनस्तव ५३६७ | १३६७०/६ वीरजी स्तवन
कडी-१ कडी-४ कडी-२-४
गा. १६ पर्यंत
२१-२२ गु. स्तुति
३-४ गु. स्तुति
रंगविजय
गा.५
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