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क्रम रजी. क्रमांक ग्रंथनाम ३७७९ / १४७७९ पिंडविशुद्धि प्रकरण | १४७८० पिंडविशुद्धि प्रकरण(लघु)
अवचूरि(लघु) ३७८१ | १४७८१ पिंडविशुद्धि प्रकरण-अवचूरिलघु)
पिंडविशुद्धि सज्झाय ३७८३ | १३५६२/१ पिंडेषणाना सुडतालीस दोष ३७८४ | १२३०९/३ पुण्य छत्रीसी ३७८५ | १३८६६/४ पुण्य छत्रीसी રૂ૭૮૬| શરૂ૮૭૨ पुण्य प्रकाशनु स्तवन ૩૭૮૦] ૨૨૮૭૨ पुण्य प्रकाशनु स्तवन રૂ૭૮૮ ૨૨૮૭૩ पुण्य प्रकाशनु स्तवन ३७८९ | १२८३९/३८ पुण्य विषे पद
लालभाई दलपतभाई भारतीय संस्कृति विद्यामन्दिर पत्र भाषा विषय ग्रंथकार
प्रमाण प्रा. आचार | जिनवल्लभगणि
गा. १०४ प्रा. आचार जिनवल्लभगणि
गा. २८ आनंदविजयगणि आचार जिनवल्लभगणि
गा.१०३ नित्यविजय
गा. ५८ आचार गु. गीत समयसुंदर उपदेश समयसुंदर
गा.३६ आचार विनयविजय
आचार विनयविजय गु. आचार विनयविजय गीत समयसुंदर
गा.३
३७९० १२६५३
पुण्यकथा
कथा
2
स्तबक
११५००
पुण्यकुलक
प्रा. उपदेश
जिनकीर्तिसूरि
गा. १६
M
स्तबक
३७९२ १२४०४
पुण्यकुलक
उपदेश
गा.१०
गु. गु.
उपदेश उपदेश
पुण्यछत्रीसी
गा.३६
समयसुंदर समयसुंदर
गा.३६
स्तबक ११५८३/३ ३७९४ | १२४६५/१ पुण्यछत्रीसी ३७९५ ११६९५ पुण्यधननरेन्द्रकथा (पद्य) ३७९६ १४४०८/९० पुण्यपाप पद ३७९७ | ११४७३ पुण्यपापस्वरुपकुलक
4.
१८४
कथा हिं. उपदेश प्रा. उपदेश
नवल
गा.८
गा.१६
स्तबक
३७९८ १२२१६
पुण्यपापस्वरूपकुलक
प्रा.
उपदेश
गा.१६ श्लोक ५६
स्तबक
३७९९| १२३८५
पुण्यपापस्वरूपकुलक
प्रा.
उपदेश
गा.१६
स्तबक
३८००
१२२१७
प्रा.
श्लोक-५६
पुण्यपापस्वरुपकुलक स्तवक पुण्यप्रकाश स्तवन
उपदेश स्तुति
३८०१ | १३७६१
३८०२ | १३७६२
विनयविजय विनयविजय विनयविजय विनयविजय
पुण्यप्रकाश स्तवन पुण्यप्रकाश स्तवन पुण्यप्रकाश स्तवन
३८०३ | १३७६३
१३७६४
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