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क्रम | रजी. क्रमांक ग्रंथनाम
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लालभाई दलपतभाई भारतीय संस्कृति विद्यामन्दिर पत्र भाषा विषय ग्रंथकार
प्रमाण गु. स्तुति वा. जसविजय
गा.५ आनंदघन
गा.७ स्तुति आनंदघनजी
गा.७ गु. स्तुति वा. जसविजय १४ मुंसं. ज्योतिष १५७ मुं सं.हिं. ज्योतिष-मंत्र | २३ गु. चरित्र
कमलविजय चरित्र मतिकुशल
ढा-२९,गा. ६२४ ग. चरित्र मतिकुशल
ढाल-१९ मतिकुशल
गा.६२४, ढा-२९ चरित्र मतिकुशल
गा. ६२४,ढा-२९ मुनि सुंदरसूरि
गा. २४७ चरित्र पं. वीरविजयगणि २९९१ १०-१२ गु. चरित्र विवेकमुनि
गा.२१
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१३०११
चरित्र
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कथा
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कथा
१७ ढाल पर्यंत
२१२० | १३३५९/३ चंद्रप्रभुजिन स्तवन २१२१ | १३८९३/२० चंद्रप्रभुजिन स्तवन २१२२ | १४३१७/१ चंद्रप्रभुजिन स्तवन २१२३ | १४३१७/१५ |चंद्रप्रभुजिन स्तवन २१२४ १२८३९/४ चंद्रमाको अंतर्वासो (?) २१२५] १४४००८६ |चंद्रमावासादितथा मंत्रादि,आयुर्वेद
११६६६ चंद्रलेखा रास २१२७ ११२८८ चंद्रलेहा चोपाई २१२८ ११३१४ चंद्रलेहा चोपाई
चंद्रलेहा रास २१३० १२२५८ चंद्रलेहाचतुष्पदी २१३१ १५००४ चंद्रवीर शुभाकथा (पद्य) २१३२ । १४८३६ चंद्रशेखर रास
११२४१/९ चंद्रावती छंद चोपाई
१५००१/३ |चंद्रोदय-मृगसुंदरी कथा (गद्य) २१३५ | १२९२५ |चंपक चरित्र २१३६ | १२८४३/२१ |चंपकदत्तशेठतिलोत्तमा बारमासा
१५११३ चंपकमाला चोपाई
११२०५ छ आराना बोल २१३९ | १३७९० छ आराना बोल २१४० १२४५० छ आवश्यक विचार स्तवन २१४१ १३१४९ छ आवश्यक स्तवन
१३१५० छ आवश्यक स्तवन २१४३ १३७३०/१ | छ आवश्यक स्तवन
१४३८१/३४ छ भाई देवकी पुत्र रास २१४५ १२४१९ छ भेदे अभ्यंतरतप
૨૨૮૨/૩ छकाया का सज्झाय २१४७ | १४८०५ छजीवनी अध्ययन २१४८ | १२८३९/९३ छडुरो स्तवन २१४९ | १२८४२/३ छन् तीर्थंकर स्तवन २१५० १४४०/३४ छप्पाओ
१२८३९/६७ छमासी तप स्तवन १२५९९ छब्बीसद्धारगर्भितवीर स्तवन
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समयसुंदर दलपत (?)
२९-३१ गु.
गीत चरित्र
गा. २६ गा. ९२
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आचारोपदेश
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तत्त्वज्ञान
१७५
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आवश्यक वाचक विनयविजय आवश्यक वाचक विनयविजय आवश्यक वाचक विनयविजय आवश्यक वा. विनयविजय चरित्र
गा. ४३ गा. ४३
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१७४-१९० गु.
ढाल-१८
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आचार
.२९ गु. गीत
प्रा. तत्त्वज्ञान २८६ मुंगु. स्तुति ६३-६६ गु. स्तुति ८७-८८ हिं. श्रृंगार २१६ मुंगु. गीत
तत्त्वज्ञान
सुमतिविलास | जिनचंदसूरि
सेवक पार्श्वचंद्रसूरि
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स्तबक
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