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________________ हस्तप्रत सूचिपत्र क्रम परिमाण १२६६ २५'७४११५ १२६७ २७x१२'८ १२६८ | २५'५x१२ १२६९ २४'२x११ १२७० २५x१० १२७१ २६५x११५ १२७२ २७७x१२५ १२७३ २४५४१६ १२७४२७७१२५ रचनावर्ष रचनास्थल लेखनवर्ष लेखनस्थल स्थिति लिपिकार श्रेष्ठ १६२८ Jain Education International १७ श. राजधन्यपुर १७ श. २० श. पाटण | १७७२ १८१७ | १७९८ १६ श. १८९९ १८ श. १२७९ २४x१०५ १८ श. १२८० २५५x१०५ १८ श. १२८१ २५x११ १७०७ महम्मदावाद १९ श. १९ श. १२८३ २४५x११ १७०७ महेमदावाद १९२५ १२८२ २६x११२ १२८४ २५'७x१०५ १५-८ १२८५ २४५x१० १२८६ २४५x१०३ कटोसण १८ श. १८ श. १८ श. | साणंद 畏畏 श्रेष्ठ जिनेंद्रविजय श्रेष्ठ नयू | १८७४ १८८६ १२७५ २५५x१२८ १७०७ अमदावाद १९ श. १२७६ २८५x११५ | १६३५ १२७७ २८५x१३५ | १९४७ विशलनगर श्रेष्ठ १२७८ २५५x१० ५ श्रेष्ठ श्रेष्ठ वडनगर श्रेष्ठ केरवाडा श्रेष्ठ सौभाग्यरत्न दीमलनगर जीर्ण मूनि ऋषमरत्न बैबैबैबैबैबै बँ कर्कुटेश्वर श्रेष्ठ रामदास श्रेष्ठ जीर्ण श्रेष्ठ श्रेष्ठ श्रेष्ठ जीर्ण श्रेष्ठ श्रेष्ठ 95 For Private & Personal Use Only विशेष उल्लेख त्रिपाठ, अंतिम पत्र अर्धं होई प्रशस्तिनो भाग गयो छे. पत्र १४३ मुं डबल छे. पत्र - १, ११८ मां चित्रो छे. सचित्रमां मूक्यां छे. (ह.प्र नं-२३९) पत्र १मां चित्र छे. (सचित्र विभागमां छे) ह. प्र. २४४ पत्र १, १२६मां चित्रो छे. 47 पत्र- १०, ९३मुं डबल छे. जीर्ण. चित्रो माटे जगा राखी छे. पत्र १मां तीर्थंकर भगवाननुं रंगीन चित्र छे. अपूर्ण. ह. प्र. २५३ पत्र १-३ नथी. अपूर्ण पत्र- १, ४, ५, ३४, ३५, ३६ नथी. पत्र - १ नथी. पत्र - १७-१९ नथी. अपूर्ण पत्र-३२-४४, ४७-४८, ५३. ५४, ६०, ६१, ६५, ६६, ६९, ७६, ८१, ८२, ८६, ९२, ९५ नथी. www.jainelibrary.org
SR No.018021
Book TitleCatalogue of Manuscripts L D Institute of Indology Collection Part 5
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJitendra B Shah
PublisherL D Indology Ahmedabad
Publication Year2003
Total Pages818
LanguageEnglish, Hindi
ClassificationCatalogue & Catalogue
File Size15 MB
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