________________
सर्व प्रथोंका अकारादिक्रम - परिशिष्ट १. ३५९
....१-८५
१३९८
१३९९
......१८२
१-१२२
१७
लो.का ५२
भंडार ग्रंथांक - ग्रंथर्नु नाम कर्ता
पत्र || भडारण ग्रंथांक | संवत् था। नाम |
ग्रंथनुं नाम नाम
कर्ता संवत्
संख्या जि.ता,४३/१ ०कल्पसूत्र (पर्युषणाकल्प-........ भद्रबाहुस्वामी
लोका ६८ • कल्पसूत्र बालावबोध ....
.१-८४ दशाश्रुतस्कंधसूत्र अष्टमाध्ययन)|
(सचित्र) Jटक जि.ता. ४२/१ कल्पसूत्र (पर्युषणाकल्प..........भद्रबाहुस्वामी .. १-१३७ जि.का ३७३० कल्पसूत्र बालावबोधसह अपूर्ण
२-१८१ दशाश्रुतस्कंधसूत्र अष्टमाध्ययन)
३०१ कल्पसूत्र बीजी वाचना ...... त.का. २९७ कल्पसूत्र (षष्ठ) वाचना .....
३०२ कल्पसूत्र बीजी वाचना ..
...१६ त.का. २९८ कल्पसूत्र (षष्ठ) बावना ....
कल्पसूत्र भाषाटीकासह .........
..............१५८६ ......१३५ त.का. २९९ कल्पसूत्र (सप्तम) वाचना.......
कल्पसूत्र भाषाटीकासह ........भद्रबाहुस्थामी-क. ............१७८७ जि.का २०८३ कल्पसूत्र अपूर्ण.....
२५८ कल्पसूत्र मांडणी ........ कल्पसूत्र अपूर्ण......
कल्पसूत्र मूल .................... भद्रबाहुस्वामी ................१९१२ ..१-२०१ कल्पसूत्र अपूर्ण ......
कल्पसूत्र मूल अपूर्ण त्रूटक ....... भद्रबाहुस्वामी का. २ कल्पसूत्र अपूर्ण ..............
कल्पसूत्र मूल टब्बो ........... कल्पसूत्र अष्टभक्षण-वाचना.....
कल्पसूत्र मूल सह अवचूरि ...... भद्रबाहुस्वामी ............... १७३२ 1.का १४२१ कल्प सूत्र......
...............१७७६ ....... लो.का ६९ कल्पसूत्र मूल सह व्याख्यान....... अष्टमनवमव्याख्यानबालावबोध
त.का. २८७ कल्पसूत्र मूळ + कालिकाचार्य .... भद्रबाहु जि.का १३९६ . कल्पसूत्र कल्पमंजरीटीका ....... सहजकीर्ति ................ र.१६८५
कथासहित सचित्र ..ले.१७७१
डूं.का. Jugn कल्पसूत्र वाचना. जि.का ३०६ कल्पसूत्र किरणावलिटीकासह... भद्रबाहुस्वामी -मू.क..
| जि.ता. ४२६ कल्पसूत्र संदेहविषौषधि वृत्ति.... जिनप्रभसूरि .............. र.१३६४ त्रिपाठ टी.क.धर्मसागरोपाध्याय .... १६२८ ..... २०१
.......ले.१४९७ त.का. २९४ कल्पसूत्र चतुर्थ वाचना......
४२१/१ कल्पसूत्र सचित्र ................ भद्रबाहुस्वामी ................
....----.१-११२ जि.ता ८२/६ कल्पसूत्र टिप्पनक ............. पृथ्वीचंद्रसूरि .......... .१४०० ३२३-३३८ १३४५ कल्प सूत्र सचित्र ................ भद्रबाहुस्यामि
... २३-८८ ९.का.|६३५ कल्पसूत्र टब्बार्थ ................ नथुराम-ले. ...
.१८२६
कल्पसूत्र सचित्र रौप्याक्षरी .....भद्रबाहुस्वामी ................१५६२ ......१६९ जि.का १४२० कल्पसूत्र नवमव्याख्यान सस्तबर्क
कल्पसूत्र सप्तमव्याख्यान.......
१६ डूं.का. ५ कल्पसूत्र पांच, व्याख्यान........जिनहर्षसूरि .....
कल्पसूत्र सस्तबक.............
२-१०० त.का. ११४८ कल्पसूत्र पांचमी वाचना............
१४ जि.का ८५२ कल्पसूत्र सस्तबक .....
५६) जि.का १४०० कल्पसूत्र सस्तबक .............. भद्रबाहुस्वामी-क.............१७४० त.का. २९२ कल्पसूत्र प्रथम द्वितीय वाधना
.३१ जि.का १४१४
कल्पसूत्र सस्तवक जि.का ४५५ कल्पसूत्र बारसा
भद्रबाहुस्वामी.
3-१०१ जि.का १४९८ कल्पसूत्र सस्तनक अपूर्ण
| जि.का ८०५ कल्पसूत्र सस्तबक त्रू.अ....
.....१५७
J......१०२
.....३४०
१७ जि.का
ফ্র ডু ফ্ল ফ্র ড্র ব্লু ব্লু ব্লু ফ্র ক্ল
in Education Internatione
For Private &Personal use only
www.jainelibrary.org