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संवत्
। पत्र संख्या |
झेरोक्ष
सी.डी.
ग्रंथान |
विशेष नोंध
....आ ग्रंथ छे के नहिं तेमां शंका छे. ....आ ग्रंथ छे के नहिं तेमा शंका छे.
...........अपूर्ण
...आ ग्रंथ छे के नहिं तेमा शंका छे. ...पान नं. नथी
૧૮૬ १८६६
अपूर्ण १.६. १४ पानां नथी प्रथम पार्नु नथी
तपागक कागळनो हस्तलिखित ग्रंथभंडार - श्री सुपार्श्वनाथ जैन मंदिर - जैसलमेर ग्रंथांक 1 ग्रंथर्नु नाम ।
कर्ता भाषा १२०१ .... श्रावक आराधना..............
आराधनाप्रकरण ........ पच्चखाण....
................. दशकालिकसूत्र सह बालावबोध ........................... कामघटकथा ..... शतकत्रय सह टब्बार्थ ..................... भर्तृहरि ...... साधुबंदना.............
तिलकसिंह .... उत्तराध्ययनसूत्र सहटबार्थ ............ बनारसीविलास ......... मेघदूतकाव्य......
कालिदास ... भक्तामरसूत्र सहवृत्ति ......
मानतुंगसूरि उत्तराध्ययनसूत्र सह वृत्ति, सागरचंद्रकमलामेलाचौपई ............. पर्युषणा अष्टानिकाव्याख्यान .........
प्रवचनसारोद्धार ................. १२१६ .... सिंदूरप्रकर सुभाषित ................. १२१७ .... सारस्वतसूत्रवृत्ति १२१८.नवतत्वमाला ........ १२१९ . अंतगडवृत्ति ..........
तीर्थकरबोल ...... कर्मग्रंथ १ थी ३...
विक्रमचरित्र ... .... शालिभद्रचौपई.. १२२४ .... तपविधि.
.... सिंदूरप्रकर सह वृत्ति
.... उत्तराध्ययनसूत्र १२२७ .... हैमउणादि गणविवरण..
विजयशेवर..
૧૮
अपूर्ण
...........१७७८
........१७-२८
....रजुं पार्नु नथी (ग्रंथ छे के नहिं शंका छे.)
१२५६--
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