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तपागच्छ कागळनो हस्तलिखित ग्रंथभंडार - श्री सुपार्श्वनाथ जैन मंदिर - जैसलमेर झेरोक्ष सी.डी. ग्रंथान
विशेष नोंध
राधाक
सवत
पत्र ससया
............ १८५३
ग्रंथन नाम सुभाषितसूक्तावली चैत्रीपूर्णिमापुंडरीकआराधना भगवतीसूत्र (तामली समाप्त) ग्रहसिद्धि मुहूर्तावली. तीर्थकरबोल भास्करोविचग्रहागम
रविविजय
गुराचार
.............
१६७० १७४८
............ १८७६ ........... १८६९
कुमतीखंडनस्तवन तीर्थकरबोल
कनकविजय चतुर्विंशति नमस्कार. स्फूटस्तवन सज्वाय लघुग्रंथ ...................... बारहताव व मिर्चगुण अष्टप्रकारीपूजा सह विधि .................. नवपदपूजा ...........
पदमविजय .... नवपदपूजा
उत्तमविजय ... सौभाग्यपंचमीव्याख्यान ...
हरखविजय श्रावकप्रतिक्रमणसूत्र ९९९ ... नवतत्त्व १००० ... कल्याणमंदिर.
हेमसागर, बनारसीदास १००१... उष्ट्रीकमतोत्सूत्र उद्घाटनकुलक ....... १००२... चौवीसदंडक सह टवार्थ
गजसार मुनि .......... १००३ .... कर्मग्रंथप्रथम (नवीन) १००४ .... पर्यन्त आराधना ..... १००५ ... विहरमान एकविंशतिस्थान अवचूरि. १००६ ...- गुरुगुणछत्रीसकुलक १००७ ...-श्रमणअतिचा
|श्रमणअतिचार ....... |१००८ .... ऋषिमंडलस्तोत्र (डिझाईन).................
१७९५ ................... १७७६
........१००१...११६२ .-३२८
.................. १६५१
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