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तपागच्छ कागळनो हस्तलिखित ग्रंथभंडार - श्री सुपार्श्वनाथ जैन मंदिर - जैसलमेर सी.डी.
विशेष नोध
कती
संवत
होरोक्ष
ग्रंथात
..... १७६१
૧૮૧૧
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३०२ ग्रंथांक
ग्रंथन नाम कल्याणमन्दिरस्तोत्र सह वृत्ति ......... प्रत्येकबुद्धचरित्र + अंजनासुंदरीचौपाई ...... समयसुंदरसूरि . आलोचनाविचार ............... चन्दराजारास ............................. मोहनविजय मृगांकलेखाचीपई ............ भक्तामरस्तोत्र सहावचूरि घटपंचाशिका बालावबोध गुणमंजरीवरदत्तचौपई ............... ऋषभसागर नलदमयंतीरास गजसुकुमालचौपई . चाणक्यनीतिशास्त्र सह टवार्थ ............ श्रीपालचौपाई ...
........... ज्ञानसागर उपाध्याय .. सज्झायसंग्रह ......... शत्रुजय उद्धाररास ........................भानुमेरुगणेश ........ गोराबादलचौपाई .........................
हेमरतन ....... सप्त नवस्मरण.... शालिभद्रचौपाई रत्नपालरास
मोहनविजय. विक्रमसेनलीलावतीचौपई
परमसागरजी भुवनेश्वरीबृहतस्तोत्रविवरण ............... श्रीधरजी. भक्तामरस्तोत्रसहवृत्ति ......
सहजसुंदर.. अचलदासखिची री बात... वीसविहरमानस्तवन ....................... जसविजय .......
दीपावलीकल्प सह टब्बार्थ .. ७४२.....
उपदेशरत्नकोश सह टब्बार्थ .............. धनपाल पंडित . ७४३ ...... लघु अजितशांतिस्तवन ............
१८३३ १७५२
...अपूर्ण
.७०३... ७८०...३२८
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मारास........
............. १८५०
७४१....
बाथ.............
............. १९११
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