________________
पत्र संख्या
झेरोक्ष
सी.डी.नं.
आचार्यगच्छ कागळनो हस्तलिखित ग्रंथभंडार - जैसलमेर दुर्ग ग्रंधान
विशेष नोध ........२०००
१२५८
१४... ३५...
२६० ग्रंथांक ग्रंथन नाम
कर्ता
। २६... उत्तराध्ययनसूत्र..... २७... संग्रहणीसूत्र• आवश्यकसूत्राणि व पाठ....मलहारी हेमसूरि. २८... कृष्ण-शुक्लपक्षस्तुति .................. ज्ञानविमलसूरि ......... २९... प्रश्नव्याकरणसूत्र ३०...साधुसमाचारी..................
निरयावलिकादि पंचोपांग सूत्र ............... ३२... गुणमंजरीवरदत्तचौपई ......
दिशा तस्कन्ध कल्पसूत्र टब्बार्थ यात्रोपदेश + स्नात्रपंचाशिका विवेकमंजरी.. ......................... शालिभद्रमहामुनिचौपई
चित्रसेन पदमावती कथा ................. ३८... आनंदभावकसंधि ...........................हेमकीर्ति ...........
...नंदिसूत्र ४०... आवकप्रतिक्रमणसूत्र लघुवृत्ति .. ४१.... औपपातिकसूत्र सह टिप्पणक ४२... राजप्रश्नीयसूत्र ............... ४३... भगवतीसूत्र ............... ४४/A .. शतकचूर्णि ........ ४४/B. कर्मप्रकृत्ति चूणि ...................
.जिनभद्रसूरि
............ ४५...अंतकृद्दशांगसूत्र ४६ ... विपाकसूत्र ४७/१उपासकदशांगसूत्र ........... ४७/२/उपासकदशांगसूत्र .......... ४८... शत्रुजयमाहात्म्य ......
............999
१६५५
११७५
१५९०
२०८०
२२००
१२१६
+..
१२०००
Jain Education International
For Private & Personal use only
www.jainelibrary.org