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लोकागच्छ कागळनो हस्तलिखित ग्रंथभंडार - जैसलमेर दुर्ग ग्रंथांक प्रधनू नाम
कर्ता ५४ ...... जीवाजीवाभिगम सह वृत्ति ............. मलयगिरि ........
भाषा
| पत्र संख्या
।
झेरोक्ष
१६७२
........१-४१७
..१-२८६
१-३१५ १-१२४ १-२०
सी.डी. प्रधान
विशेष मोंध -मूल-४७५० .टी.१४०००.. श्लो. More.. श्लो. ८८.. श्लो. ४२५४..
श्लो. ८१५.. श्लो. ११००. .............११ मुं पानु नथी
१६४६
..१२१६
५५ ...... प्रज्ञापनासूत्र मूल ........
सुधर्मास्वामी... प्रज्ञापनासूत्र मूल ...
सुधर्मास्वामी ... जंबूद्वीपप्रज्ञप्तिसूत्र ......
सुधर्मास्यामी ... निशीथसूत्र मूल ..........
सुधर्मास्वामी.. निशीथ सूत्र मूल व्याख्या यूटक ..... श्रीचन्द्र ....... बृहत्कल्पसूत्र....
भद्रबाहुस्वामी.... कल्पसूत्र मूल ............
भद्रबाहुस्वामी.. कल्पसूत्र मूल सह अवधूरि ............. भद्रबाहुस्वामी... कल्पसूत्र मूल अपूर्ण Qटक ........... भद्रबाहुस्वामी. कल्पसूत्र सह टब्बार्थ व्याख्यान ........... भद्रबाहुण्यामी... कल्पसूत्र सह टब्बार्थ ............. कल्पसूत्र सह टब्बार्थ .... कल्पसूत्र मूल टब्बो ........... कल्पसूत्र बालावबोध (सचित्र) Jटक ....
... १७३२
१९१२ १-२०१
१-१२४
.१-४४
....१-३०८ ................ १-८E ... १७७२/.........१-११८
१-१९२ १-८४
१२१६
३२००
...............रंगीन चित्रमय, ताडत्रीय ग्रंथोंकी ...............पेटियों के साथ पेटी नं.४१९ में रखा है
कल्पसूत्र मूल सह व्याख्यान.. कल्पांतर्वाच्य व्याख्या .....................सोमसुंदर व्यवहारसूत्र मूल .......................... भद्रबाहु व्यवहारसूत्र मूल ..........................-ले. गंगदास व्यवहारसूत्र सह टब्यो .............. व्यवहारसूत्र सह टब्बो ..................... दशाश्रुतस्कंध मूल......................... भद्रबाहु .......... दशाश्रुतस्कंध मूल सहवाचना ............-भद्रबाहु .... आवश्य कनियुक्ति .......................... भद्रबाहु आवश्यकसूत्राणि सह बालावबोध अपूर्ण.................. घडावश्य कति ............................................
.....८ मुं पार्नु नथी २७२०..
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