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थाहरुशाह कागळनो हस्तलिखित ग्रंयभंडार - जैसलमेर दुर्ग
विशेष नाँच
ग्रंथांक
पत्र संख्या
।
प्रथान
300
१९४ --.......
momkA
१९६ .......३०३
१९८ ..
२००...
.cm.
२०२ ....
२२० ग्रंथ, नाम
कर्ता
संवत १९१.... नवकारमहालय ............
.लावण्य हर्ष .........................१६९४ पाक्षिकसूत्र......
.............१६९७ संबोधसप्तति .......... सम्यक्त्व ६७ बोलनी सजाय .......... जसविजयगणि. चौवीसदंडक सह अवचूरि ..... .सौभाग्यकीर्ति... पिंडविशुद्धि सह अवघूरि
..........१५६२ चैत्यवंदनभाष्य...
पं.रंगविजय .....
+...........१६९३ संबोधसप्तति
.जयशेखरसूरि .... मंगलकलश चौपइ.
.कनकसोम .. जिनकल्याणक महोत्सव
सह बालायबोध (पदार्थ लेश) .............. .मतिकीर्ति ......... २०१.... तीर्थकर बोल
सारावली प्रकीर्णक पत्र २०३ ..... बोल थोकडा भंग संग्रह .... २०४ ..... मौनएकादशीगुणना .................. २०५..... भवभावना सह वृत्ति .............. २०६.... विवेकमंजरी सह वृत्ति ........
बालचंद्राचार्य.. श्रावकप्रतिक्रमणसूत्र सह चूर्णि .जिनप्रभसूरि .... विधिप्रपा ......... संग्रहणी (श्रीधंद्रीय) सहवृत्ति
श्रीचन्द्रसूरि शत्रुजयमहात्म्य ......
.जिनचंद्रसूरि. क्षेत्रसमास ......... क्षेत्रसमास सहवृत्ति
मलयगिरि पंचवस्तुकवृत्ति ....
प्रतिक्रमणविधि (हेतुगर्भ). २१५- पार्श्वनाथ गणधर संबंध.. २१६. संवेगरंगशाला
.जिनचंद्रसूरि .... २१७... धर्मोपदेशमाला सहवृत्ति ...............
.जयंतसिंह .....
२०२ .......३०६
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..Cooo ..४५९०
...... १०८ +........ ८६
...........
३५००
....... २६४
........२०६ .........२०७ .........२०८
.......२०९ ... २१०(१.२)
.......२११ ..........२१२ .........२१३
२१४
.....६०००
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...90043
......२१६(१.२)
...........२१७........३०६
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