________________
|
झेरोक्ष
सी.डी.नं.
विशेष नोंघ
ग्रंथान अं.१३४०
१036.......३
१०४३ .......३४०.
इंगरजीयति कागळनो हस्तलिखित ग्रंथभंडार - जैसलमेर दुर्ग | ग्रंथांक ग्रंथर्नु नाम
| संवत
पत्र संख्या १०३४. त्रिषष्ठिशलाकापुरुष चरित्र दशमुं पर्व ........ १०३५ - श्रीपाल चरित्र
.शशीसूरि .... १०३६ -- दानशीलतपभावनाकुलक सह वृत्ति अपूर्ण ....... १०३७. जगतभूषण.. १०३८. सिध्धांतचन्द्रिका
रामचंद्राश्रम.. १०३९ -- सिध्यांतचंद्रिका वृत्ति-उत्तरार्ध
.दयाराज
...........१८२६ ...
.......१९१ १०४०-सारस्वत सूत्र ................................ .ले. सोमगणी,
..................................क. अनुभुति स्वरुपाचार्य, ............ १७९८ ... १०४१. सिध्यांतचंद्रिका ...............
रामचंद्र .......
...................१५३ १०४२. सिध्धांतचन्द्रिका ...............
रामंचद्र ..........
.......................१५१ १०४३. योगशास्त्र-बारमो प्रकाश विवरण सहित १०४४ उत्तराध्ययनसूत्र-सह टब्बार्थ ...................जीवणदास ...........................१८३२.......... १७२ १०४५. सिध्धांतचंद्रिका अपूर्ण
................... ६९ १०४६ दश दृष्टांत ..
** ................ १०४७/१/पार्श्वनवग्रहस्तव टीका १०४७/२ लघुशांतिस्तव टीका ........
हर्षकीर्ति सूरि .... १०४८ . जंबुस्वामीचरित्र टीका ................. सकलहर्ष मुनि ................. १०४९ - कर्पूरप्रकरण सह कथाओ................. .ईन्द्रमाण मुनि ...................... १०५०..जीवाजीवविचार सह वृत्ति ............... .क्षमाकल्याण मुनि ...... १०५१. व्याकरण भूषणसार,
"" "" " १०५२. कर्मग्रंथ १ थी ४ बालावबोध
.देवेन्द्रसूरि... १०५३ -- सम्यक्त्व कौमुदी..............................ले. गोपीदास...................... १०५४ बोल थोकडा भंग संग्रह .................................. १०५५ - शत्रुजयमहात्म्य सह वृत्ति ....................रुपचंदमणि .................. १०५६ -जीवाजीवामिगमसूत्र सह बालावबोध ..........पं. जीवणजी .................. .१८१६ १०१७--पौसहविधि तथा चौद नियम... १०५८ -- चातुर्मासिक व्याख्यान ...
पं. प्रेमवर्धन...
... १०५१.. ११४५ .......३५
Jain Education International
For Private & Personal use only
www.jainelibrary.org