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झेरोक्ष
सी.डी.नं.
ग्रंथान
विशेष नोंध
.......... ५३
.८३३+८३६ .......३३८
....८३३ + ८३६
डूंगरजीयति कागळनो हस्तलिखित ग्रंथभंडार - जैसलमेर दुर्ग | ग्रंथांक ग्रंथनुं नाम
| संवत् । पत्र संख्या ८२८ .. आचारांगसूत्र ................................विद्यासागर गणि ....................१६५९ ..........६१ ८२९ - नियुक्ति कीर्ति दोष्दे अपूर्ण .................................... ८३० ..-मुनिपतिचरित्र
..................१९८२ ८३१ ...वर्धमानदेशना (गद्य) .... .....................राजकीर्ति गणि.. ८३२ .. शांतिनाथचरित्र (गद्य)..................... .लेभक्ति माणिक्य
.क.भावचंद्र सूरि. ८३३ ..साधुप्रतिक्रमणवृत्ति ...................... तिलकाचार्य ... ८३४. पनवणासूत्र द्वे गाथा ..
ज्ञानसारेण ... ८३५ ..-पडशीतीक वालावबोध ..
.ले. मतीचंद्र
.क. देवेन्द्रसूरि ८३६ ... चोवीस दंडकना २९ बोल .. ............
.पंडित अमृत
.१८३० ८३७ ...सातमी नरक नकशा ................ ८३८ ...आनंदघन चोवीसी + महावीर जिन स्तवन ............ ८३९ ...चउसरण प्रकरण ......
..श्यामसिंह ..... ........... १९०६ --- ८४० .. भक्तामरस्तोत्र......
........ले.समयसुंदर
..क. मानतुंग सूरि.. .................. १७६४ ८४१ ... सम्यक्त्व कौमुदी........................
... षड् आवश्यक बालावबोध .................. सोमचंद्र ......... ...................१८१४.. ..-लघुसंग्रहणी बालावबोध ... ...........
.............................१८९९ 1. चौद गुणठाणा ............. उपदेशरत्नाकर .......................... -मुनिसुंदरसूरि अध्यात्मकल्पद्रुम ........................... -मुनिसुंदरसूरि क्षेत्रसमास प्रकरण ......................... .ले. चारित्रोदय .......................१८४१ प्रज्ञापना तृतीयपद सह अवचूरी ............अभयदेवसूरि ..
....................... १६५० समयसार नाटक
.................१७५३ हररस संपूर्ण ८५१..वृन्दविनोद................. ................युक्तिधीर मुनि .......................१८३०
..............८३८
......८४८+८५१.
...पत्र १०Y नथी.
......८४८+ ८५१
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