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इंगरजीयति कागळनो हस्तलिखित ग्रंथभंडार - जैसलमेर दुर्ग
विशेष नाँध
सवतपत्र सख्या
सी.डी.नं
ग्रंथान
4...६४१...६७४ --.....
+...........१६६७
१८४ ग्रंथांक
ग्रंथन नाम ६४७ दश दृष्टांत ............. ६४८ .. क्रियाकलाप,
.विजयानंद...... ६४९ .. किरातार्जुनीय काव्य ...... ६५०.. श्रावक आराधना
सुखानंद ६५१ ... मेघदूतकाव्य-प्रथमसर्ग .....
.कवि कालिदास ६५२ ... श्रीपालचरित्र सह वृत्ति ...................... ६५३ .. वीरसेन कुसुमश्री कथा ..................... ६५४ ..अमरसेन वयरसेन कथा .................... ६५५ .. औपदेशिक कथाय .......................... ६५६ .. पर्युषण अष्टालिका व्याख्यान .............. ६५७ .. श्रावकपाक्षिक अतिचार अपूर्ण ............... ६५८ .. चातुर्मासिक व्याख्यान ....................... क्षमाकल्याण ६५९ ... सौन्दर्यलहरी टीका ......................... शंकराचार्य ६६०.. कल्पसूत्र
शंकरमुनि - चातुर्मासिक व्याख्यान ६६२ ..कल्पसूत्र सह वृत्ति ......... सरस्वतीमस्तकमाधव ....
.शिवादित्य कल्पसूत्र सह व्याख्या ... खरतरगच्छ पट्टावली .................. प्रतिष्ठाविधि.
.महेन्द्रसूरि ..... द्वितीय श्रुतस्कंध प्रथम अध्ययन ६६८ .. उपासक अंतकृत-अनुतरीपपातिकदशांगवृत्ति, ६६९ ..काव्यादर्श वृत्तरत्नाकरवृत्ति .....
.यशकिर्ती ...... ६७१ .. श्रीपालरास अपूर्ण... ६७२ .. स्थूलिभद्र नवरसा
उदयरत्न ६७३ .. अष्टोत्तरीदशाकरणविधि
१८७३
.........
१३००
दंडिन .......
.................१६४९
................१६५१ ...................१७५५
....६४१...६७४-......३३४ २०.... ६४१... ६७४ ....... ३३४
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