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रंगरजीयति कागळनो हस्तलिखित ग्रंथभंडार • जैसलमेर दुर्ग ग्रंथान
विशेष नोध
मेरोक्ष
सी.डी
(4.
..१८-२३
१८२
ग्रंथ नाम ६०० ...आगमआलापकसंग्रह ..... ६०१ ... श्रावकालोचना ...... ६०२ ..सज्झाय संपूर्ण ..... ६०३ .. कल्याणमंदिर स्तोत्रटीका .. ...बीशस्थानक तपविधि अपूर्ण
चौमासी अतिचार संपूर्ण ६०६ ... कार्तिक पूर्णिमा व्याख्यान..
जयसारगणि ६०७ .. बृहत्शांति टीका ......... नयनंदन
.. ५८८...६०७ ....... ६०८ ... नेमनाथ चोक .....
अमृतविजय ................. ६०९ ...गौतमपृच्छा सहवृत्ति ....
-पुन्यराज ............ ६१०/१, भववैराग्य शतक टब्बार्थ .... ६१०/२, हितोपदेशरत्नमाला ............. ६११...गीतमाष्टक ....................
-सुधर्मास्यामी.... ............. ६१२ ..कालग्रहणविधि योगोपधान विधि ......
..... ६१२ + ६१४ ६१३ ..संग्रहणी सूत्र .......
.श्रीचंद्र ......... ६१४ ..शांतिनाथ चरित्र ......
भावचंद्र
............... १७५३ ........१२४..... ६१२ + ६१४ ६१५ --- प्रकीर्णक पोथी + जयतिहुअण + कुलक....... चत्तारिमंगलं सप्तस्मरण + जीविचार + दंडकादि ६१६/१ प्रकीर्णक पोथी+ रोहिणी स्तवन
क्षेत्रसमास. दंडक सप्तस्मरण ................. ६१६/२ वृधनवकार व अन्यस्तोत्र................. आनंदसंधि...........
.श्रीसारमुनि... ६१८ --- दयाधिकार (चोवीस दंडकबोल)......... ६१९.. बारव्रत टीप्पणी.............
१८८२ - ६२० ..अमिधानचितामणी .......
हेमचंद्राचार्य .ले. उदयमुनि
१८४१-.........११७ ६२१ .. अभिधानचिंतामणी
हेमचंद्राचार्य, .ले. लाभगणि
.. १७२३ .......... ५५ ......
..................... १७६५
१२
६१७ ---
....१थी७ नथी
.....१३
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