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डूंगरजीयति कागळनो हस्तलिखित ग्रंथभंडार - जैसलमेर दुर्ग ग्रंथान
विशेष नोंध
संवत्
पत्र संख्या
झेरोक्ष
सी.डी.नं.
......१८७३
.............१
५१२...५४६
....पहेला बे पाना नथी
...१६४६
.५५३
.....३३५
..............१४५४
..............१७८९
ग्रंथांक
कर्ता ५४६ .. मार्जारी व क दोष निवारण विधि .........महिमा मुनि
जलयात्रा उपकरण ................ पर्युषणाकल्प ........................... अणुत्तरोवयाई टब्बार्थ ....................... कर्मविपाकग्रंथ ................... शान्तरस समुच्चय(अध्यात्मकल्पद्रुम) ........मुनिसुंदरसूरि
उपासकदशांगविवरण.. ५५३ ...अनेकार्थसंग्रहटीका .. शत्रुजयमाहात्म्य
.धनेसरसूरि ५५५ ... परिशिष्टपर्व चरित्र
.हेमचंद्रसूरि ५५६ ...कर्पूरप्रकरण सह बालावबोध ................ मेरुसुंदर .... ... पद्मावती आराधना ....
समयसुंदर ....... • श्लोक अर्थ संपूर्ण ......... ५५९ ...चंदराजानो रास ...........
श्रीपाल राजानो रास अपूर्ण जातकाद्योयम् ............. तंदुलवैचारिक सह टब्बार्थ... धर्मबावनी....
आनंदवर्धन आनंदघनपद ............ पुष्पमाला प्रकरण ........ गजविद्या प्रकरण .......... अटणमलनी कथा......
भक्तामर समस्या. ५६९ ... प्रतिक्रमण त्रूटक अपूर्ण ५७० ... पाक्षिक सूत्र बेटक अपूर्ण. ५७१ --सुभाषित श्लोक............ ५७२ ... महावीर स्तवन टब्बार्थ ....
...१८९७ ...........१७८३
११२७
RABk
...१५६९
.....२,५,७,१०,१३.१७.१८.२० पानां नथी
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