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इंगरजीयति कागळनो हस्तलिखित ग्रंथभंडार - जैसलमेर दुर्ग ग्रंथान
विशेष नोंध
पत्र संख्या
झेरोक्ष
सी.डी.नं.
.................१लुं पार्नु नथी
४९८........३४०
४९९
.........
........ ५०००
१७८ ग्रंथांकाग्रंधर्नु नाम
कर्ता
संवत ४९४..पूरवदेस देसंतरी छंद.... ४५५ ..प्रश्नोत्तर रत्नमालीका सह बालावबोध .......जिनराजसूरि ४९६ .. मेरुपर्वतवर्णन ..... ४९७..बोधसंग्रह ...... ४९८ .. कुमारपालचरित्र ............
कालज्ञान ...... ५०० .. लघुसंग्रहणी सह बालावबोध
.१८३१ ५०१ ... भववैराग्यशतक सह टव्यार्थ ५०२ ... प्रियमेलक चौपई
यशोविजयगणि.......
.१७९४ ५०३ ... सूत्रकृतांग सह बालावबोध ................... .ले. जीवणजी
..........
....१७९८ ५०४ ...पूजा पंचाशिका .......
..................१८९९ ५०५ ... चित्रसेन पद्मावती चौपई .................. .मानसूरी. .................१८४९ ५०६ ... प्रथमकर्मग्रंथथी चतुर्थ कर्मग्रंथ अपूर्ण ....... | देवेन्द्रसूरि ५०७ .. भक्तामरस्तोत्र............................... -मानतुंगसूरि
श्रावकआराधना ............... ५०९ ... श्राध्धजीतकल्पसूत्र सहावचूरी
नमस्कार वार्सिक ........... ५११ ... बिंबप्रवेश प्रतिष्ठाविधि अपूर्ण...... ५१२ .. खरतर तथा तपानी व्युत्पत्ति अपूर्ण .. ५१३ ... अष्टालिका व्याख्यान अपूर्ण ........ ५१४ ... सामायिक प्रतिक्रमण विधि, ५१५ ... जीवाजीवविचार प्रकरण टब्बार्थ, ५१६ ... मानतुंग मानवती रास ....
.मोहनविजय.. ........................१८८३ ५१७ ... विक्रमादित्य चौपई .. ५१८ ... कृदंत प्रक्रिया ..
.क्षमाप्रभ पंडित ....................१८४६ ५१९ ..वीशस्थानक तप विधि ५२० ... कल्याणमंदिर ...
.५१२...५४६........३.
...........१८४८
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